Anaemia In Women: महिलाओं में एनीमिया है एक बड़ी समस्या, ये लक्षण बीमारी का देते हैं संकेत, जानिए बचने के 7 उपाय
Anaemia Prevention Tips: एनीमिया एक ऐसी समस्या है, जो महिलाओं में काफी आम है। दुनियाभर में कई सारी महिलाएं इस स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना कर रही हैं।;
Anaemia In Women (फोटो साभार- सोशल मीडिया)
Happy International Women's Day 2025: 8 मार्च, शनिवार को विश्व भर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women's Day) मनाया जाएगा। यह एक ऐसा दिन है, जब महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जागरुक किया जाता है। साथ ही उनकी उपलब्धियों और योगदान को सराहा जाता है।
लेकिन इस दिन महिलाओं को उनके अधिकारों के साथ ही उनकी सेहत के लिए भी जागरुक करना जरूरी है, क्योंकि महिलाएं अक्सर अपनी हेल्थ को लेकर लापरवाही कर देती हैं, जिस वजह से आगे चलकर वो किसी बड़ी बीमारी का शिकार हो सकती हैं। आज हम आपको एक ऐसी समस्या के बारे में बताने जा रहे हैं, जो महिलाओं में काफी आम होती है, लेकिन उसे नजरअंदाज करना सेहत के लिए भारी पड़ सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में।
महिलाओं में आम है एनीमिया (Anaemia In Women)
एनीमिया एक ऐसी समस्या है, जो महिलाओं में काफी आम है। दुनियाभर में कई सारी महिलाएं इस स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना कर रही हैं। ये हेल्थ प्रॉब्लम किसी भी उम्र में आपको अपना शिकार बना सकता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, विश्व स्तर पर, यह अनुमान लगाया गया है कि 6-59 महीने की आयु के 40% बच्चे, 37% गर्भवती महिलाएँ और 15-49 वर्ष की 30% महिलाएँ एनीमिया से प्रभावित हैं। अब आप सोच सकती हैं कि ये परेशानी छोटी तो नहीं।
क्या होता है एनीमिया (Anaemia Kya Hota Hai)
(फोटो साभार- सोशल मीडिया)
WHO ने अपनी रिपोर्ट में एनीमिया को मेजर पब्लिक हेल्थ कंसर्न बताते हुए लिखा है, एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) की संख्या या उनके भीतर हीमोग्लोबिन की कंसंट्रेशन सामान्य से कम होती है। यह मुख्य रूप से छोटे बच्चों, गर्भवती और पोस्टपार्टम महिलाओं और मासिक धर्म वाली किशोर लड़कियों और महिलाओं को प्रभावित करती है।
एनीमिया तब होता है जब शरीर में अंगों और ऊतकों तक ऑक्सीजन ले जाने के लिए पर्याप्त हीमोग्लोबिन नहीं होता है। एनीमिया की रोकथाम और उपचार दोनों संभव है। हालांकि अगर मामला गंभीर हो जाए तो यह बीमारी खतरनाक और जानलेवा भी साबित हो सकती है। लेकिन आमतौर पर एनीमिया हल्का होता है और इसका इलाज किया जा सकता है।
इसके अलावा गंभीर मामलों में, एनीमिया बच्चों में खराब संज्ञानात्मक और मोटर डेवलपमेंट का कारण बन सकता है। इससे गर्भवती महिलाओं और उनके बच्चों को भी परेशानी हो सकती है।
एनीमिया की वजह (Anaemia Causes)
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एनीमिया अक्सर रक्त में आयरन की कमी के कारण होता है। इसके होने की कई वजहें हो सकती हैं। जैसे कि-
1- खराब पोषण
2- संक्रमण
3- पुरानी बीमारियां
4- भारी मासिक धर्म
5- गर्भावस्था
6- खून की कमी
7- पारिवारिक इतिहास
8- उम्र
9- आयरन की कमी
10- कोई बीमारी।
एनीमिया के संकेत और लक्षण (Anaemia Signs And Symptoms In Hindi)
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एनीमिया के गंभीर होने की एक ये भी वजह है कि महिलाएं इसके लक्षणों और संकेतों को इग्नोर करती रहती हैं और जब समस्या अधिक बढ़ जाती है तो इलाज करवाने जाती हैं। इसके अलावा लक्षणों की जानकारी के अभाव में भी स्थिति खराब हो सकती है। ऐसे में हम आपको एनीमिया के उन लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें इग्नोर न करते हुए डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए। आइए जानते हैं उन संकेतों और लक्षणों को।
1- थकान
2- चक्कर आना
3- सिर का हल्का महसूस होना
4- ठंडे हाथ और पैर
5- सिरदर्द
6- सांस की तकलीफ, विशेषकर परिश्रम करने पर।
इसके अलावा गंभीर एनीमिया में अधिक गंभीर लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जिनमें निम्न लक्षण शामिल हैं:-
1- पीली श्लेष्मा झिल्ली (मुंह, नाक आदि में)
2- पीली त्वचा और नाखूनों के नीचे
3- तेज ब्रीदिंग और हार्ट रेट
4- खड़े होने पर चक्कर आना
5- अधिक आसानी से चोट लगना।
एनीमिया से हो सकती हैं ये समस्याएं
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mayo clinic ने अपनी एक रिपोर्ट में उन स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बताया है, जिनकी संभावना एनीमिया का इलाज न करवाने पर बढ़ सकती है। उनमें शामिल हैं:-
1- गंभीर थकान: अगर इस बीमारी का इलाज न कराया जाए तो गंभीर एनीमिया के कारण रोजमर्रा के काम करना असंभव हो जाता है। क्योंकि इसमें आपको गंभीर थकान महसूस हो सकती है।
2- गर्भावस्था संबंधी जटिलताएँ- फोलेट की कमी से होने वाले एनीमिया से पीड़ित प्रेग्नेंट महिलाओं में समय से पहले जन्म जैसी जटिलताएं होने की संभावना बढ़ सकती है।
3- हार्ट संबंधी समस्याएं: एनीमिया के कारण हार्ट बीट तेज या अनियमित हो सकती है। इसके अलावा गंभीर एनीमिया की वजह से हृदय का आकार बढ़ सकता है या हृदय विफलता हो सकती है।
4- मृत्यु: कुछ वंशानुगत एनीमिया, जैसे कि सिकल सेल एनीमिया, जीवन-घातक जटिलताओं को जन्म दे सकते हैं।
एनीमिया का इलाज (Anemia Treatment In Hindi)
बात करें एनीमिया के इलाज की तो सबसे पहले डॉक्टर इसका पता लगाने के लिए, आमतौर पर पूर्ण रक्त गणना (CBC) और हीमोग्लोबिन टेस्ट करते हैं। एनीमिया का पता चलने पर इसके इलाज में, डॉक्टर आयरन, विटामिन B12 या फोलिक एसिड की कमी को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट या इंजेक्शन दे सकते हैं। अगर मामला गंभीर स्थिति में पहुंच चुका है तो खून भी चढ़ाना पड़ सकता है।
एनीमिया से बचाव के उपाय (Anemia Prevention Tips In Hindi)
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महिलाओं को होने वाली इस समस्या से बचाव के लिए कई उपाय आजमाए जा सकते हैं। जैसे कि-
डाइट का रखें ख्याल
अगर आप भी एनीमिया से जूझ रही हैं तो इसमें डाइट का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। इसमें डॉक्टर उन खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं, जो आयरन, फोलेट, विटामिन बी12, विटामिन ए और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर हों। इसके साथ ही जरूरी है कि आप हेल्दी डाइट लें और मसालेदार, खट्टे, और नमकीन चीजों से बचें या सीमित मात्रा में खाएं।
कॉफी/चाय से बचें
एनीमिया में चाय और कॉफी से बचना चाहिए, क्योंकि इनमें मौजूद टैनिन आयरन के अवशोषण को कम कर देते हैं, जिससे आयरन की कमी और एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है।
इन फलों का करें सेवन
एनीमिया से बचने के लिए आयरन और विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करें। इसके लिए अपनी डाइट में अनार, संतरा, अंगूर, सेब, और कीवी जैसे फल शामिल कर सकते हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां
एनीमिया की समस्या से बचने के लिए या दूर करने के लिए पालक, मेथी, बथुआ और सरसों का साग जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए, क्योंकि ये आयरन और फोलेट का अच्छा स्रोत हैं, जो हीमोग्लोबिन और RBC के निर्माण में मदद करते हैं।
शराब के सेवन से बचें
इसके अलावा एनीमिया से बचाव के लिए शराब के सेवन से बचें, क्योंकि यह लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को प्रभावित करती है और पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डालती है, जिससे एनीमिया होने का खतरा बढ़ सकता है।
स्ट्रेस कम करें
एनीमिया से बचाव के लिए टेंशन से बचने के प्रयास करें। क्योंकि स्ट्रेस भी एनीमिया की एक वजह बन सकती है, क्योंकि इससे आयरन और अन्य पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
नियमित व्यायाम करें
रोजाना पर्याप्त नींद लेने और नियमित व्यायाम करने पर भी फोकस करें।
नोट- यह खबर सामान्य जानकारी के लिए है। न्यूजट्रैक इसकी सटीकता, सत्यता या असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।