Happy And Stress Hormones: क्या होते हैं हैप्पी और स्ट्रेस हार्मोन्स, बढ़ने या घटने पर क्या होता है, जानें मैनेज करने के उपाय
Happy And Stress Hormones: हमारा शरीर कई तरह के हार्मोन का उत्पादन करते हैं। इनमें से कई हमारे स्ट्रेस और मूड को भी प्रभावित करते हैं। आइए जानते हैं हैप्पी और स्ट्रेस हार्मोन के बारे में और साथ ही जानेंगे क्या है इनका रोल।;
Happy and Stress Hormones (photo credit- social media)
Happy And Stress Hormones Kya Hai: आप ये तो जानते ही होंगे कि हमारे शरीर में तमाम तरह के हार्मोन्स होते हैं, जो शरीर को फिट रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। हार्मोन्स केमिकल्स होते हैं, जो आपके ब्लड के माध्यम से आपके organs, स्किन, मसल्स, और अन्य टिशूज तक संदेश पहुंचाकर आपके शरीर में विभिन्न कार्यों को समन्वय करते हैं। ये मैसेज बॉडी को बताते हैं कि क्या करना है और कब करना है। हार्मोन्स जीवन और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।
बता दें कि शरीर में मौजूद ये हार्मोन्स आपके मेटाबॉलिज्म, प्रजनन, ग्रोथ, मूड और यौन स्वास्थ्य समेत कई कार्यों को कंट्रोल करते हैं। क्या आप जानते हैं आपके शरीर में हैप्पी और स्ट्रेस हार्मोन्स भी होते हैं, जो ओवरऑल हेल्थ पर असर डालते हैं। इनका कम या ज्यादा उत्पादन आपके सेहत पर नेगेटिव असर डाल सकता है। आइए जानते हैं ये हैप्पी और स्ट्रेस हार्मोन्स क्या होते हैं और इन्हें कैसे मैनेज किया जा सकता है।
क्या होते हैं स्ट्रेस हार्मोन्स?
सबसे पहले बात करते हैं स्ट्रेस हार्मोन की। मेडिकल न्यूज टूडे की रिपोर्ट में बताया गया है कि तनाव हार्मोन रासायनिक संदेशवाहक होते हैं जो तनाव के प्रति शरीर की शारीरिक और व्यवहारिक प्रतिक्रियाओं में भूमिका निभाते हैं। 2017 की समीक्षा के अनुसार, तनाव हार्मोन सिग्नलिंग मॉलिक्यूल्स होते हैं, जो तनाव के जवाब में सक्रिय होते हैं। स्ट्रेस हार्मोन शरीर की कुछ प्रणालियों को इस तरह से सक्रिय करते हैं कि व्यक्ति किसी खतरे से बच सकता है। उदाहरण के लिए, वे हार्ट रेट और मांसपेशियों में ऑक्सीजन डिलीवरी को बढ़ा सकते हैं, जिससे व्यक्ति को खतरे से बचने में मदद मिलती है।
कार्टिसोल और कैटेकोलामाइन प्रमुख स्ट्रेस हार्मोन्स में शामिल हैं। कोर्टिसोल को प्राइमरी स्ट्रेस हार्मोन माना जाता है। वहीं, कैटेकोलामाइन हार्मोन का एक समूह है जिसमें एपिनेफ्रीन और नॉरपेनेफ्रिन जैसे रसायन शामिल होते हैं। स्ट्रेस हार्मोन का बढ़ा हुआ स्तर शरीर के लगभग सभी कार्यों को बाधित कर सकता है। इससे व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याएं हो सकती हैं।
तनाव हार्मोन को मैनेज कैसे करें?
रिपोर्ट में बताया गया है कि स्ट्रेस हॉर्मोन लेवल कुछ मेडिकल कंडीशन्स की वजह से बढ़ सकता है, जिसके लिए इलाज की जरुरत हो सकती है। इसके अलावा क्रॉनिक स्ट्रेस की वजह से भी शरीर में स्ट्रेस हार्मोन बढ़ सकते हैं। ऐसे मामलों में स्ट्रेस को मैनेज करके तनाव हार्मोन को सामान्य रेज में लाने में मदद मिल सकती है। तनाव से निपटने के लिए आप निम्नलिखित तरीके अपना सकते हैं-
1- बैलेंस्ड डाइट लें।
2- नियमित व्यायाम करें।
3- पर्याप्त नींद पूरी करें।
4- स्क्रीन टाइम कम करें और सोशल मीडिया से ब्रेक लें।
5- सामाजिक मेलजोल और अपने शौक के लिए समय निकालें।
6- अपने परिवार और दोस्तों के साथ अपनी चिंताओं के बारे में शेयर करें।
क्या होते हैं हैप्पी हार्मोन्स?
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हमारा शरीर ऐसे भी कई हार्मोन का उत्पादन करता है, जो खुशी और संतुष्टि जैसी सकारात्मक भावनाओं को बढ़ावा देने में सहायता करते हैं, ऐसे हार्मोन्स को हैप्पी हार्मोन या फील गुड हार्मोन्स भी कहते हैं। खुशी के हार्मोन्स में डोपामाइन, सेरोटोनिन, ऑक्सीटोसिन, और एंडोर्फिन शामिल हैं।
डोपामाइन मस्तिष्क की इनाम प्रणाली के एक भाग के रूप में हमें खुशी महसूस करने में मदद करने में सबसे बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वहीं, सेरोटोनिन हार्मोन मूड को बेहतर बनाने के साथ-साथ कई अन्य कार्यों के लिए भी जिम्मेदार है। ऑक्सीटोसिन को लव हार्मोन भी कहते हैं और यह स्तनपान, प्रसव और स्वस्थ माता-पिता-बच्चे के रिश्तों के लिए महत्वपूर्ण है। एंडोर्फिन बॉडी के नेचुरल पेनकिलर्स होते हैं। इन्हें शरीर तनाव या परेशानी की प्रतिक्रिया में दर्द को कम करने के लिए स्वाभाविक रूप से बनाता है।
शरीर में कैसे बढ़ाएं हैप्पी हार्मोन्स
हैप्पी हॉरमोन का उत्पादन बढ़ने से मूड बेहतर होता है और खुशहाल जीवन जीने में मदद मिलती है। आप इन्हें बढ़ाने के लिए निम्नलिखित तरीके अपना सकते हैं-
1- अपनी नींद पर्याप्त मात्रा में पूरी करें। कम नींद से हार्मोन, खास तौर पर डोपामाइन का असंतुलन होता है।
2- ध्यान भी हैप्पी हार्मोन (खासकर डोपामाइन) के उत्पादन को बढ़ाने में सहायक साबित होते हैं।
3- नियमित व्यायाम फिट रहने का एक बढ़िया और आसान उपाय है। कसरत एंडोर्फिन, सेरोटोनिन और डोपामाइन के स्तर को भी बढ़ाती है।
4- हफ्ते में कम से कम कुछ बार कुछ मिनट धूप में जरूर बिताएं। इस दौरान सनस्क्रीन लगाना न भूलें। अध्ययनों से पता चलता है कि सूर्य से निकलने वाली UV किरणें मानव शरीर में सेरोटोनिन के उत्पादन को बढ़ावा देती हैं।
5- अच्छी और स्वस्थ डाइट भी हार्मोन के लेवल को मैनेज करने का काम करती है। इसके अलावा कुछ सप्लीमेंट्स भी मानव शरीर में हैप्पी हॉर्मोन के स्तर को बढ़ाते हैं। हालांकि सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
6- दोस्तों और परिवार के साथ बिताया गया प्यार भरा समय भी हैप्पी हार्मोन्स को बढ़ावा देता है। चुटकुले सुनाने और हंसने से डोपामाइन और एंडोर्फिन का उत्पादन बेहतर होता है।