Maharashtra Politics: विधायकों के बाद अब सांसदों ने दिया उद्धव को झटका, शिंदे गुट की बैठक में हुए शामिल
Maharashtra Politics: विधायकों के अलावा कई वरिष्ठ शिवसैनिक भी उद्धव का साथ छोड़ चुके हैं। शिवसेना के सांसद उन्हें जोरदार झटका देने की तैयारी में हैं। शिंदे गुट इस कोशिश में पूरी शिद्दत से जुटा है।
Maharashtra Politics : महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे (Shiv Sena supremo Uddhav Thackeray) को इन दिनों झटके पे झटका लग रहा है। विधायकों के बगावत के कारण सीएम की कुर्सी गंवाने वाले ठाकरे पार्टी पर अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटे हुए हैं। लेकिन, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) वाला गुट उन पर भारी पड़ता नजर आ रहा है।
विधायकों के अलावा कई वरिष्ठ शिवसैनिक भी उद्धव का साथ छोड़ चुके हैं। अब खबर आ रही है कि शिवसेना के सांसद उन्हें जोरदार झटका देने की तैयारी में हैं। शिंदे गुट इस कोशिश में पूरी शिद्दत से जुटा हुआ है।
नई कार्यकारिणी की घोषणा
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे से सरकार छिनने के बाद पार्टी पर अपनी पकड़ बनाने में जुटे हुए हैं। उन्होंने शिवसेना की नई कार्यकारिणी की घोषणा की है। पुरानी कार्यकारिणी को बर्खास्त कर दिया गया है और शिवसेना के मुख्य नेता के तौर पर एकनाथ शिंदे को चुना गया है। हालांकि, पक्ष प्रमुख पद को हाथ नहीं लगाया गया है। नई कार्यकारिणी शिंदे गुट के तमाम प्रमुख चेहरों को पद दिया गया है। गुवाहाटी में रहने के दौरान अक्सर मीडिया के सामने बागी गुट का पक्ष रखने वाले एमएलए दीपक केसरकर (MLA Deepak Kesarkar) की नियुक्ति प्रवक्ता के तौर पर की गई है।
इन नेताओं को मिली ये जिम्मेदारी
शिवसेना नेता के तौर पर रामदास कदम (Ramdas Kadam) और आनंदराव अडसूल (Anandrao Adsul) को नियुक्त किया गया है। शिवसेना के उपनेता के तौर पर यशवंत यादव, गुलाबराव पाटिल, उदय सामंत, शरद पोंक्षे, तानाजी सावंत, विनय नाहटा और शिवाजीराव पाटिल को चुना गया है। बता दें कि शिंदे गुट द्वारा नेता बनाए गए पूर्व नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मंत्री रामदास कदम के बारे में आज सुबह ही खबरें आ रही थीं, कि वह उद्धव कैंप का साथ छोड़ सकते हैं। उनके विधायक पुत्र योगेश पहले ही से शिंदे गुट में शामिल हैं।
शिवसेना सांसद भी हुए बैठक में शामिल
मुंबई के ट्राइडेंट होटल में हुई इस बैठक में शिवसेना सांसदों के शामिल होने की भी खबर है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में शिवसेना के 13-14 सांसद ऑनलाइन उपस्थित हुए थे। इस खबर के सामने आने के बाद से उद्धव कैंप में खलबली मची हुई है। दरअसल सीएम शिंदे लगातार कहते रहे हैं कि उनके संपर्क में उद्धव कैंप के कई शिवसैनिक हैं। ऐसे में सूत्रों के हवाले से आई ये जानकारी यदि सत्य साबित हुई तो ये उद्धव ठाकरे के लिए बड़ा झटका होगा। क्योंकि पहले ही 55 में से 40 विधायक उनका साथ छोड़ चुके हैं। अब 18 में से 13-14 सांसद बागी हो जाते हैं, तो उनका पार्टी पर दावा मुश्किल में आ जाएगा।
बता दें कि, सांसदों के सलाह के कारण ही उद्धव ठाकरे को न चाहते हुए भी राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करना पड़ा। पार्टी के अधिकतर सांसदों ने उन्हें साफ कह दिया था कि द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करना ही उनके और पार्टी के हित में है। लोकसभा में शिवसेना के 19 और राज्यसभा में तीन सांसद हैं।