गुवाहाटी: उत्तर पूर्व के राज्यों में बारिश और बाढ़ कहर बनकर टूटी है और पिछले 24 घंटे में असम, त्रिपुरा, मणिपुर में 23 लोगों की मौत हो गई है। असम के 6 जिलों में साढ़े चार लाख से अधिक लोग इससे प्रभावित हुए हैं।
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असम राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण के मुताबिक, होजई, कर्बी आंगलांग पश्चिम, गोलाघाट, करीमगंज, हेलकांडी और कचरा जिलों में 4. 48 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। ब्रह्मपुत्र नदी अभी जोरहाट में निमातीघाट और कचार में एपी घाट में खतरे के निशान से ऊपर बढ़ रही है। धनसीरी जैसी अन्य नदियां भी कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
बड़ी नदियों का जलस्तर घटना शुरू हो गया है
हालांकि, मणिपुर की इंफाल घाटी में बड़ी नदियों का जलस्तर घटना शुरू हो गया है। सिर्फ लिलोंग नदी चेतावनी के स्तर से कुछ ऊपर बह रही है।
मणिपुर की सबसे प्रमुख इंफाल नदी कुछ इलाकों में सामान्य है तो वहीं मिनुथोंग में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। आमतौर पर यह नदी बारिश में भी खतरे के निशान के नीचे रहती है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में डटी हुई है भारतीय वायुसेना
भारतीय वायुसेना भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में डटी हुई है। सेना ने सोमवार को करीब 8 टन बचाव सामग्री त्रिपुरा के कैलाशहर और असम के हैलाकंडी बाढ़ पीड़ित इलाकों में बांटी।
उधर, केरल में बारिश से अब तक 54 लोगों की मौत हो चुकी है। केरल के राजस्व मंत्री ई चंद्रशेखरन ने भूस्खलन और बारिश से प्रभावित लोगों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।