आखिर क्यों! IITs के छात्र कर रहे आत्महत्या, सामने आया चौकाने वाला रिपोर्ट
नई दिल्ली: विद्यार्थी लगातार आत्महत्या की ओर बढ़ रहे हैं, यह एक चिंतनीय विषय है, हाल ही में प्रसारित हुए एक आकड़े में यह बात सामने आई है कि देश की सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों में से एक आईआईटी में आत्महत्याओं का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है।
दरअसल, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जो रिपोर्ट दी है, उसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
क्या कहती है रिपोर्ट...
रिपोर्ट की मानें तो पिछले पांच वर्षों में देश के 23 इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में आत्महत्या करने वाले छात्रों की संख्या 50 पार हो गई है।
आईआईटी गुवाहाटी शीर्ष पर...
इसमें हैरान करने वाला तथ्य यह है कि आत्महत्या करने के मामले में आईआईटी गुवाहाटी के सबसे ज्यादा छात्र हैं, 14 आत्महत्याओं के साथ आईआईटी गुवाहाटी इस सूची में सबसे पहले पायदान पर है। आसान शब्दों में आपको बताते चलें कि प्रतीवर्ष में 3 से अधिक छात्र आत्महत्या कर लेते हैं।
आईआईटी मद्रास और बांबे...
वहीं, पिछले पांच वर्षों में 7 सुसाइड के साथ आईआईटी मद्रास और आईआईटी बांबे दूसरे पायदान पर हैं, दूसरे टॉप आईआईटी संस्थानों, जैसे आईआईटी दिल्ली में इन पांच वर्षों के दौरान 4 छात्रों ने आत्महत्या की और आईआईटी खड़गपुर में 5 छात्रों ने आत्महत्या की।
आईआईटी कानपुर...
इसी दौरान आईआईटी कानपुर के एक छात्र और आईआई रूरकी के उसे छात्रों ने सुसाइड किया।
आईआईटी गुवाहाटी...
दरअसल, इसमें से सबसे हालिया मामला आईआईटी गुवाहाटी और आईआईटी मद्रास का है, जहां एक जापानी छात्र हॉस्टल में मृत पाया गया और दूसरी ओर आईआईटी मद्रास के पहले वर्ष की छात्रा फातमा लतीफ का शव उनके हॉस्टल के कमरे में पाया गया।
9 नवंबर को फातिमा लतीफ की मौत के बाद इस पूरे मामले को शिक्षकों के उत्पीड़न से जोड़कर देखा गया, हालांकि इस मामले पर जांच चल रही है।
आपको बता दें कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि सफलता की चाहत और खुद को साबित करने की होड़ में कई बार छात्र खुद पर दबाव महसूस करने लगते हैं।