चुनावी हार के बाद हरियाणा कांग्रेस में बढ़ी रार, हुड्डा कैंप पर शैलजा हमलावर, संगठन में बदलाव की उठाई मांग

Congress in Haryana: अब चुनावी हार के बाद पार्टी की आंतरिक कलह खुलकर सामने आने लगी है। सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा ने हुड्डा कैंप के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-10-15 11:14 IST

Kumari Selja Bhupendra Singh Hooda (PHOTO: social media )

Congress in Haryana: हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी में खींचतान लगातार बढ़ती जा रही है। चुनाव में कांग्रेस को मजबूत स्थिति में माना जा रहा था मगर भाजपा ने जीत हासिल करते हुए कांग्रेस को करारा झटका दिया है। चुनाव के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा और शैलजा के बीच सीधे टकराव की स्थिति दिख रही थी। अब चुनावी हार के बाद पार्टी की आंतरिक कलह खुलकर सामने आने लगी है।

सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा ने हुड्डा कैंप के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि चुनावी हार के बाद हरियाणा कांग्रेस के संगठन में बदलाव किया जाना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान को हुड्डा का करीबी माना जाता है। ऐसे में सियासी जानकारों का मानना है कि शैलजा ने यह बयान देकर हुड्डा कैंप पर ही निशाना साधा है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया पहले ही अपने इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं।

हरियाणा के पार्टी संगठन में बदलाव जरूरी

कुमारी शैलजा ने कहा कि हाईकमान हरियाणा में मिली इस हार की पड़ताल करेगा मगर चुनाव नतीजे ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निराश कर दिया है। इस हार पर चिंता करने की जगह इसके कारणों की पड़ताल करना जरूरी है ताकि आगे की रणनीति बनाई जा सके। उन्होंने कहा कि पिछले 10-12 वर्षों से राज्य में पार्टी का संगठन ठीक ढंग से काम नहीं कर रहा है और इस कारण इसमें बदलाव किया जाना चाहिए।

शैलजा ने कहा कि पार्टी की ओर से फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जा रही है और यह कमेटी हार के कारणों की गहराई से पड़ताल करेगी। कमेटी पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके उनकी राय लेगी। पार्टी कार्यकर्ताओं से यह समझने की कोशिश करेगी कि आखिरकार इस अप्रत्याशित हार का क्या कारण है।

राहुल की नाराजगी की खबरों को किया खारिज

कांग्रेस सांसद ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस मजबूत स्थिति में थी और हार का अनुमान किसी ने भी नहीं लगाया था। किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि इस तरह का भी नतीजा सकता है। हम सभी 10 साल बाद हरियाणा में कांग्रेस की जीत के प्रति आश्वस्त थे। ऐसे में हाईकमान की ओर से जांच पड़ताल के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।

उन्होंने हरियाणा में पार्टी नेताओं की गुटबाजी और आंतरिक कलह पर राहुल गांधी के गुस्से की खबरों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी तक राहुल गांधी की ओर से इस बाबत कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। पिछले दिनों पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक के दौरान राहुल गांधी की ओर से नाराजगी जताए जाने की खबरें आई थीं।

कांग्रेस नेताओं के बीच भारी टकराव

हरियाणा में कांग्रेस की चुनावी हार के पीछे नेताओं की गुटबाजी और आंतरिक कलह को बड़ा कारण माना जा रहा है। हुडा कैंप से नाराजगी के कारण कुमारी शैलजा ने कई दिनों तक चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लिया था। बाद में राहुल गांधी के दखल के बाद वे चुनाव प्रचार करने को राजी हुई थीं। कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला भी चुनाव प्रचार के दौरान ज्यादा सक्रिय नहीं दिखे। वे अपने बेटे को ही चुनाव जिताने में जुटे हुए थे।

कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने भी उपेक्षा का आरोप लगाया है। इस बीच कुमारी शैलजा ने हरियाणा के संगठन में बदलाव की मांग करके एक बार फिर पार्टी में चल रही खींचतान को और बढ़ा दिया है। दूसरी ओर कांग्रेस की चुनावी हार के बाद हुडा कैंप ने चुप्पी साध रखी है।

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