Owaisi in Loksabha: AIMIM प्रमुख ओवैसी का लोकसभा में धमकी भरा बयान, सीयासी गलियारे में मचा घमासान
Owaisi in Loksabha: बजट सत्र 2025 के दौरान एआईएमआईएम प्रमुख असुद्दीन ओवैसी ने वक्फ विधेयक का कड़ा विरोध किया। उन्होंने मोदी सरकार को मौजूदा समय में विधेयक पेश करने के खिलाफ चेतावनी दी।;
Owaisi in Loksabha: बजट सत्र 2025 के दौरान एआईएमआईएम प्रमुख असुद्दीन ओवैसी ने संसद के निम्न सदन यानी लोकसभा में संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने वक्फ विधेयक का कड़ा विरोध किया। उनके स्पीच के बाद अब सियासी गलियारे में घमासान मच गया है। भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दिया है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी आईआईएएम (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने जेपीसी की बैठक के दौरान वक्फ विधेयक पर मोदी सरकार को मौजूदा समय में विधेयक पेश करने के खिलाफ चेतावनी दी। ओवैसी ने इस बात पर जोर दिया कि मुस्लिम समुदाय ने विधेयक को उसके मौजूदा स्वरूप में खारिज कर दिया है। क्योंकि यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25, 26 और 14 का उल्लंघन करता है। जो धार्मिक कि समानता और स्वतंत्रता के अधिकारों की गारंटी देता है।
ओवैसी ने और क्या कहा
एआईएमआईएम प्रमुख असुद्दीन ओवैसी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि मैं इस सरकार को सावधान कर रहा हूं और चेतावनी दे रहा हूं- यदि आप वर्तमान स्वरूप में वक्फ विधेयक संसद में लाते हैं और इसे कानून बनाते हैं, तो इससे देश में सामाजिक अस्थिरता पैदा होगी।
गिरिराज सिंह की प्रतिक्रिया
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि असदुद्दीन ओवैसी देश में अराजकता फैलाना चाहते हैं। उनकी यह अराजकता अब नहीं चलने वाली है क्योंकि देश कानून से चलता है।
भारतीय संविधान में वक्फ विधेयक का वर्तमान स्वरूप क्या है
भारतीय संविधान में वक्फ विधेयक का वर्तमान स्वरूप एक विवादास्पद विषय है। अगस्त 2024 में लोकसभा में वक्फ (संशोधन) बिल पेश किया गया था। इस बिल के पारित होने के बाद केरल विधानसभा ने एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें केंद्र सरकार से इस बिल को वापस लेने का आग्रह किया गया।
वक्फ विधेयक का मुख्य उद्देश्य क्या है
वक्फ विधेयक का मुख्य उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और संरक्षण को मजबूत करना है। हालांकि, इस बिल के विरोधी इसके कुछ प्रावधानों को वक्फ संपत्तियों के लिए हानिकारक मानते हैं। इसके विरोध और समर्थन के बीच चल रही बहस के कारण वर्तमान में वक्फ विधेयक का भविष्य अनिश्चित है।