शाह-अमरिंदर सिंह की मुलाकात कल: कृषि कानून पर आर-पार, बैठक पर टिकी निगाहें

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह से गुरुवार को दिल्ली में मुलाक़ात करेंगे। कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के मुद्दे पर दोनो नेताओं के बीच कल सुबह 9.30 बजे से 10 बजे होनी है।

Update: 2020-12-02 17:12 GMT

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को लागू किया तो किसानों ने ही इसके खिलाफ जंग शुरू कर दी। कृषि कानून के खिलाफ सबसे ज्यादा आवाजें बुलंद हुई पंजाब और हरियाणा में। कानून लागू होने के बाद से ही पंजाब में किसानों ने रेल रोको आंदोलन और भारत बंद व जगह जगह प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों ने दिल्ली तक कूच करने की चेतावनी तक दे डाली। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह भी इस कानून के खिलाफ है। किसानों को मनाने में लगी सरकार अब सीएम अमरिंदर सिंह संग बैठक करने वाली हैं।

अमित शाह- कैप्टेन अमरिंदर की मुलाकात कल-

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह से गुरुवार को दिल्ली में मुलाक़ात करेंगे। कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के मुद्दे पर दोनो नेताओं के बीच कल सुबह 9.30 बजे से 10 बजे होनी है। जानकारी के मुताबिक, कैप्टन अमरिंदर सिंह कल सुबह 8 बजे चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

शाह-अमरिंदर सिंह की मुलाकात (photo Social media)

कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के मुद्दे पर चर्चा

गौरतलब है कि किसानों द्वारा कृषि बिल के खिलाफ किये जा रहे प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आवास आज बैठक हुई। इस बैठक में बीते दिन किसानों से हुई बात चीत को लेकर चर्चा की गई। बैठक में कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर और वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल भी मौजूद रहे।

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केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा कि किसान आंदोलन को लेकर राजनीति बंद हो। हम जल्द ही किसानों की समस्या का हल निकाल लेंगे। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यह भी कहा कि कानून के बिना भी MSP सुनिश्चित करने के कई तरीके हैं।

कृषि कानून को रद्द करने की मांग

बता दें पिछले एक सप्ताह से किसान कृषि कानून के विरोध में सड़कों पर हैं। किसान केंद्र सरकार से नए कृषि कानून को रद्द करने की मांग रह रहे है। दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं। एक दिसंबर को सरकार के प्रतिनिधियों और किसान नेताओं के बीच हुई बातचीत में समिति बनाने पर सहमति हुई थी, जो प्रतिदिन बैठक करेगी लेकिन इसके साथ किसानों ने प्रदर्शन जारी रखने की बात भी कही थी। आज इस किसान आंदोलन में कांग्रेस खुलकर सामने आ गई। कांग्रेस ने चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री के खिलाफ भी जबर्दस्त प्रदर्शन किया।

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