Women's Reservation Bill: 'क्या महिलाओं के लिए पुरुष नहीं बोल सकते?...कैसा समाज चाहते हैं', जब अधीर रंजन से पूछे अमित शाह
Women's Reservation Bill: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी से पूछा, 'क्या महिलाओं की चिंता सिर्फ महिलाएं ही कर सकती हैं? पुरुष उनके लिए कुछ नहीं बोल सकते?
Amit Shah on Women's Reservation Bill : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी से पूछा, 'क्या महिलाओं की चिंता सिर्फ महिलाएं ही कर सकती हैं? पुरुष उनके लिए कुछ नहीं बोल सकते?संसद के विशेष सत्र (Parliament Special Session) के तीसरे दिन लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर बहस जारी है। इस दौरान बुधवार (20 सितंबर) को जब बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) का संबोधन जारी था तो विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। इसी दरमियान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chaudhary) से पूछा कि, 'क्या महिलाओं की चिंता सिर्फ महिलाएं ही कर सकती हैं? पुरुष उनके लिए कुछ नहीं बोल सकते क्या? आप किस प्रकार के समाज की रचना चाहते हैं?'
गौरतलब है कि, महिला आरक्षण बिल को 'नारी शक्ति वंदन विधेयक' (Nari Shakti Vandan Adhiniyam) नाम दिया गया है। इस पर कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने अपने भाषण के दौरान कुछ सवाल उठाए। जिसके बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) चर्चा के लिए खड़े हुए। तभी लोकसभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी सहित अन्य सांसदों ने हंगामा किया। इसी को देखकर गृहमंत्री शाह अपनी सीट से खड़े हुए। उन्होंने अधीर रंजन पर एक के बाद एक कई सवाल दागे।
शाह बोले- अधीर रंजन को 'ईर्ष्या' हो रही होगी
महिला आरक्षण बिल पर लोकसभा में बुधवार को बहस जारी है। इसी दौरान विपक्ष के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने जोर देकर कहा, 'सरकार को एक महिला सांसद को बोलने के लिए नामांकित करना चाहिए था। इस पर गृहमंत्री शाह ने हस्तक्षेप किया। वो बीच में ही खड़े हुए और अधीर रंजन चौधरी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के भाषण पर अधीर रंजन को शायद 'ईर्ष्या' हो रही होगी। क्योंकि, उन्हें पहले बोलने का मौका नहीं मिला।'
..आखिर कैसा समाज चाहते हैं
गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा, 'मैं अधीर रंजन जी से पूछना चाहता हूं कि क्या केवल महिलाएं ही महिलाओं के लिए बोलेंगी? क्या हमारे बीच से कोई पुरुष इसके लिए नहीं बोल सकते? आखिर, आप कैसा समाज बनाना चाहते हैं? उन्होंने कहा, महिला कल्याण के लिए भाइयों को एक कदम आगे रहना चाहिए।'
शाह का तंज- 'शायद अधीर जी को जलन हो रही होगी'
गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा, 'महिला कल्याण, महिला सरोकार सहित इन सभी मुद्दों पर भाइयों को एक कदम आगे रहना चाहिए। यही इस देश की परंपरा रही है। हर किसी के पास महिलाओं के कल्याण के बारे में सोचने का अधिकार है। जब हमारी तरफ से निशिकांत जी (Nishikant Dubey) बोलने के लिए खड़े हुए तो अधीर जी को क्या आपत्ति थी? केंद्रीय गृहमंत्री ने तंज भरे लहजे में कहा, शायद इसलिए कि उन्हें सबसे पहले बोलने का मौका नहीं मिला। उन्हें थोड़ी जलन हो रही है।' ज्ञात हो कि, महिला आरक्षण बिल को पहले केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Union Law Minister Arjun Ram Meghwal) ने सदन में पारित करने के लिए पेश किया।