छुट्टी पर जा रहे सेना के जवान को आतंकियों ने किया अपहरण, एक पुलिसकर्मी भी अगवा

Update: 2018-06-14 11:55 GMT

श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को आतंकियों ने अवकाश पर घर जा रहे सेना के एक जवान का अपहरण कर लिया है। अगवा सैन्यकर्मी को छ़ुड़ाने के लिए सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है और सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह नौ बजे के करीब शादीमर्ग, पुलवामा में स्थित सेना की 44 आरआर के जवानों ने अपने शिविर के बाहर एक सूमो टैक्सी को रोका। उन्होंने उसमें अपने एक साथी औरंगजेब को बैठाया।

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औरंगजेब जम्मू संभाग के जिला पुंछ का रहने वाला है और वह कथित तौर पर ईद मनाने के इरादे से आज अपने घर के लिए रवाना हुआ था। सूमो टैक्सी में बैठकर उसे शोपियां पहुंचना था और वहां से उसने मुगल रोड के रास्ते पुंछ अपने घर जाना था।

शोपियां से कुछ दूरी पर पहले स्थित कलमपोरा में स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों के एक दल ने सूमो टैक्सी को रोक लिया। उन्होंने भीतर बैठे सभी लोगों की छानबीन की और औरंगजेब की निशानदेही कर उसे अपने साथ ले गए।

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सैन्यकर्मी को अगवा किए जाने की सूचना मिलते ही सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने शोपियां, पुलवामा, कलमपोरा, शादीमर्ग और उनके साथ सटे इलाकों में घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया है।

यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि अगवा सैन्यकर्मी 44 आरआर के उस दस्ते का हिस्सा था, जिसने मेजर शुक्ला के नेतृत्व में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी समीर बट उर्फ समीर टाईगर को द्रबगाम पुलवामा में 30 अप्रैल 2018 को हुई मुठभेड़ में मार गिराया था।

पुलिसकर्मी भी अगवा

उधर, पुलवामा के नौपोरा पाइन इलाके में अपने घर छुट्टी पर आए पुलिसकर्मी को बुधवार देर रात आतंकियों ने अगवा कर लिया। पुलिसकर्मी की पहचान इफ्हाक अहमद के रूप में हुई है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों और पुलिसकर्मी की तलाश में सघन अभियान छेड़ दिया है।

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