नई दिल्ली : भारतीय सेना अभीतक मारुति जिप्सी का प्रयोग करती रही है, लेकिन अब इस का स्थान दूसरी एसयूवी लेने वाली है। इस समय सेना के पास लगभग 35,000 जिप्सी हैं,सेना ने जब बदलाव करने के बारे में सोचा तो उनकी खोज टाटा सफारी स्टॉर्मे पर जा कर समाप्त हुई है। सेना कंपनी को 3,198 सफारी का ऑर्डर देने जा रही है। बाकी 2017 में बदली जाएँगी।
आपको बता दें सेना को दी जाने वाली सफारी में कई बदलाव भी किये जायेंगे। गाड़ियों का ऑर्डर पाने के लिए टाटा मोटर्स के साथ ही महिंद्रा भी जोर लगा रही थी। दोनों कंपनियों की गाड़ियों का सेना ने सख्त तकनीकी परीक्षण किया जिसमें टाटा सफारी को सफलता मिली।
कहाँ हुआ परीक्षण :
ये परिक्षण सेना ने पर्वतीय इलाकों, बर्फीले रास्तों और रेगिस्थान के साथ ही दलदली इलाकों में किया। सुरक्षा प्रणाली जांचने के लिए सेना के कड़े मानक होते हैं जिनपर सफारी ने सफलता पाई है।
मिली जानकारी के मुताबिक सेना ऐसी एसयूवी चाह रही थी जिसमें अच्छे सेफ्टी फीचर्स हो और वो डीजल पर पावर अच्छी दे साथ ही किसी भी मौसम में आसानी से हैंडल की जा सके।