Arpita Mukherjee: अर्पिता की मां को नहीं पता उनके काले कारनामे, रहती अब तक इस टूटे मकान में
Arpita Mukherjee: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती स्कैम की चर्चित किरदार बन चुकी बंगाली अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के बारे में हैरान कर देने वाले खुलासे का दौर जारी है।
Arpita Mukherjee: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती स्कैम की चर्चित किरदार बन चुकी बंगाली अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी के बारे में हैरान कर देने वाले खुलासे का दौर जारी है। प्रवर्तन निदेशालय की जांच में अकूत संपत्ति की मालकिन निकलीं अर्पिता के बारे में कोई सोच सकता है कि उनकी मां किसी जर्जर और पुराने मकान में अकेले रह रही होंगी। मगर ये सत्य है, इस घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता की बूढ़ी मां उत्तर 24 परगना के बेलघरिया इलाके में स्थित अपने पुश्तैनी मकान में इन सबसे बेखबर अकेले रह रही हैं।
अर्पिता के पुश्तैनी मकान को देखकर हर किसी को आश्चर्य हो रहा है, क्योंकि ये वहीं अर्पिता हैं जिसके घर ईडी को नोट गिनने के लिए मशीन की जरूरत पड़ गई थी। लेकिन उनकी मां मुफलिसी में अकेले जीवन गुजार रही हैं। कई फ्लैटों की मालकिन अर्पिता का ये पुश्तैनी मकान पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। दीवारें जगह - जगह से दरक रही हैं।
मां बेटी की कारस्तानी से अनजान
अर्पिता मुखर्जी की बीमार और बूढ़ी मां मिनती मुखर्जी बेलघरिया इलाके में स्थित अपने पुश्तैनी मकान में अकेले रहती हैं। अर्पिता की छोटी बहन की भी शादी हो चुका है। अर्पिता की मां ने बताया कि उसे अपनी बेटी के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं है। वह किसी से इस संबंध में बात नहीं करना चाहती हैं। अर्पिता कभी-कभार उनसे मिलने आती हैं लेकिन यहां ज्यादा समय तक ठहरती नहीं।
दवाई और राशन देकर वह चली जाती है। वो कई साल पहले ही घर छोड़ चुकी है। पहले वो सीरियल में काम किया करती थी, फिर उनसे फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। अर्पिता की मां ने आगे बताया कि उसकी बेटी ने कभी इसका जिक्र नहीं किया कि उसके पास इतने सारे पैसे हैं। मिनती मुखर्जी को देखकर कोई अंदाजा नहीं लगा सकता कि ये उसी अर्पिता मुखर्जी की मां जिसके ठिकानों से कुबेर का खजाना मिला है।
पहले से अर्पिता और पार्थ के बीच जान-पहचान
शिक्षक भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपी माने जाने वाले पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के बारे में प्रवर्तन निदेशालय को बड़ी जानकारी हाथ लगी है। अभी तक माना जा रहा था कि दोनों एक दूसरे को चार-पांच साल से ही जानते हैं। लेकिन अब ईडी को एक ऐसा दस्तावेज मिला है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि 30 अर्पिता और पार्थ के बीच का कनेक्शन काफी पुराना है।
जांच एजेंसी को 2012 की कन्वेयंस डीड मिली है, जो पार्थ और अर्पिता के ज्वाइंट नाम पर है। इसी के आधार पर ईडी का कहना है कि अर्पिता 10 सालों से फाइनेंशियल और जमीनों के मामले में पार्थ से जुड़ी हुई हैं। बता दें कि ईडी को अब तक अर्पिता के ठिकानों से 50 करोड़ रूपये कैश, 5 करोड़ से अधिक का सोना और संपत्ति के कई दस्तावेज मिल चुके हैं। फिलहाल वो ईडी की हिरासत में हैं। अर्पिता का दावा है कि जितने कैश मिले हैं, वो उनके नहीं हैं। पार्थ चटर्जी उनके घर को मिनी बैंक की तरह इस्तेमाल किया करते थे। उन्हें उस कमरे में भी जाने की इजाजत नहीं थी।