पटना : बिहार कांग्रेस में अंदरूनी कलह अब लोगों के सामने आ गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद बिहार कांग्रेस में अंदरूनी माहौल विषाक्त हो गया है। प्रदेश अध्यक्ष को हटाने के कयासों के बीच चौधरी ने आलाकमान से दो टूक पूछा, "मुझे रखना है या हटाना है, जल्दी फैसला लें।"
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पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोज-रोज अटकलबाजी का दौर चल रहा है, जो अब बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर की स्थिति विषाक्त हो गई है।
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पूर्व शिक्षा मंत्री चौधरी ने अपनी तुलना स्कूली बच्चों से करते हुए कहा, "स्कूल में फेल होने वाले बच्चे डांट खाते हैं, लेकिन मैं तो उस बच्चे से भी गया गुजरा हूं। मैं फेल नहीं, बल्कि 99 फीसदी नंबर लेकर आया हूं और तब भी मार ही खा रहा हूं।"
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उन्होंने कहा, "मैं जब से बिहार कांग्रेस का अध्यक्ष बना, तभी से साजिश झेल रहा हूं। हर दिन हटता हूं और हर दिन जुड़ता हूं। इसलिए आलाकमान को जल्द तय करना चाहिए कि मुझे रखना है या हटाना है।"
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चौधरी ने इससे पहले भी वरिष्ठ नेताओं पर अध्यक्ष पद से हटाने की साजिश रचने का आरोप लगाया था।