Assembly By Election: महाराष्ट्र और बिहार में होगा दिलचस्प उपचुनाव, पुराने साथियों में भिड़ंत से निकलेगा बड़ा संदेश

Assembly By Election: विधानसभा के उपचुनाव में सबकी निगाहें महाराष्ट्र और बिहार में होने वाले तीन सीटों के उपचुनाव पर टिकी हुई है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2022-10-04 10:29 IST

महाराष्ट्र और बिहार में होगा दिलचस्प उपचुनाव (photo: social media )

Assembly By Election: चुनाव आयोग ने सात राज्यों में विधानसभा की रिक्त सीटों पर चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया है। आयोग की ओर से घोषित किए गए चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक इन राज्यों में 14 अक्टूबर से चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 3 नवंबर को मतदान कराया जाएगा जबकि छह नवंबर को चुनाव नतीजों की घोषणा की जाएगी। सात अक्टूबर को इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी होने के बाद आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी।

विधानसभा के उपचुनाव में सबकी निगाहें महाराष्ट्र और बिहार में होने वाले तीन सीटों के उपचुनाव पर टिकी हुई है। इन दोनों ही राज्यों में सियासी हालात काफी बदल चुके हैं और पुराने साथियों के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा। दोनों राज्यों में हुए सियासी बदलाव के बाद इन उपचुनावों के नतीजों से बड़ा सियासी संदेश निकलेगा। इसी कारण सियासी दलों ने उपचुनाव में पूरी ताकत लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।

उद्धव और शिंदे गुट ताकत दिखाने में जुटे

महाराष्ट्र में मुंबई की अंधेरी ईस्ट सीट पर विधानसभा उपचुनाव होना है। राज्य में पिछले दिनों शिवसेना से अलग हुए शिंदे गुट ने भाजपा के साथ हाथ मिलाकर सरकार बना ली थी। इसके बाद दोनों खेमों के बीच शिवसेना पर प्रभुत्व की जंग जोरों पर चल रही है। ऐसे में दोनों खेमे विधानसभा उपचुनाव के दौरान अपनी ताकत दिखाने के लिए जुट गए हैं।

शिंदे गुट की बगावत के बाद राज्य में विधानसभा का यह पहला उपचुनाव है। चुनाव आयोग ने उद्धव और शिंदे गुट के बीच चल रही जंग में अभी तक अपना फैसला नहीं सुनाया है। ऐसे में माना जा रहा है तीर और धनुष का निशान ठाकरे गुट को मिल सकता है।

पवार की शिवसेना को समर्थन की घोषणा

अंधेरी ईस्ट सीट विधायक रमेश लटके के निधन के बाद खाली हुई है। शिवसेना के टिकट पर जीतने वाले लटके ने लगातार दो बार इस सीट पर कामयाबी हासिल की थी। गत मई महीने में उनका निधन हो गया था। माना जा रहा है कि शिवसेना के उद्धव गुट की ओर से इस सीट पर दिवंगत लटके की पत्नी रुतुजा लटके को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। चुनाव मैदान में उतारने पर उद्धव गुट को सहानुभूति लहर का फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

सत्तारूढ़ भाजपा और शिंदे गुट की ओर से इस सीट पर पूर्व पार्षद मुरजी पटेल को चुनाव मैदान में उतारा गया है। एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने इस उपचुनाव में शिवसेना के प्रत्याशी को समर्थन देने की घोषणा की है। अंधेरी ईस्ट सीट मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। इस क्षेत्र में भाजपा को भी बड़ी ताकत माना जाता है। मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने दावा किया है कि मुरजी पटेल को स्थानीय लोगों का पूरा समर्थन हासिल हो रहा है।

मोकामा में अनंत की पत्नी को उतारने की तैयारी

महाराष्ट्र के अलावा बिहार की दो विधानसभा सीटों मोकामा और गोपालगंज पर भी उपचुनाव होना है। राज्य में पिछले दिनों बड़ा सियासी बदलाव हुआ था और नीतीश कुमार ने एनडीए का साथ छोड़कर राजद से हाथ मिला लिया था। जदयू के राजद से हाथ मिलाने के बाद महागठबंधन की स्थिति काफी मजबूत हो गई है। ऐसे में बिहार के विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।

मोकामा विधानसभा सीट को राजद का गढ़ माना जाता रहा है। मोकामा क्षेत्र में बाहुबली अनंत सिंह का खासा असर माना जाता है। अनंत सिंह के विधानसभा सदस्यता रद्द होने के बाद क्षेत्र में उपचुनाव कराया जा रहा है। सियासी जानकारों का मानना है कि राजद की ओर से इस सीट पर अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी या किसी अन्य करीबी को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। अनंत की पत्नी को चुनाव मैदान में उतारने की ज्यादा संभावना जताई जा रही है। राजद का मुकाबला करने के लिए भाजपा को इस सीट पर पूरी ताकत लगाने होगी।

गोपालगंज सीट पर भाजपा की पकड़ मजबूत

बिहार की गोपालगंज सदर विधानसभा सीट पर भाजपा की पकड़ मजबूत मानी जाती है। भाजपा नेता सुभाष सिंह के निधन के बाद ही सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। भाजपा के टिकट पर सुभाष सिंह ने 4 बार इस सीट पर जीत हासिल की थी। माना जा रहा है कि भाजपा की ओर से इस सीट पर सुभाष सिंह के परिवार के किसी सदस्य या किसी करीबी को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। मोकामा सीट को भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है जबकि गोपालगंज सदर विधानसभा सीट पर जदयू और राजद को ताकत दिखाने के लिए जुटना होगा।

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