Assembly Elections 2023: पांच राज्यों में जल्द बज सकता है चुनावी बिगुल, तैयारियों की समीक्षा के बाद कभी भी हो सकता है तारीखों का ऐलान
Assembly Elections 2023: चुनाव आयोग की तैयारी को देखते हुए पांचों राज्यों में सियासी गतिविधियां पहले ही चरम पर पहुंच चुकी हैं। आयोग पिछले कई दिनों से इन पांचों राज्यों में चुनावी तैयारियों की जांच पड़ताल में जुटा हुआ है।
Assembly Elections 2023: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई हैं। जानकारों के मुताबिक चुनाव आयोग की ओर से इन सभी राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द ही किया जा सकता है। चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए आज महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है।
इस बैठक के बाद पांचों राज्यों में चुनाव की तारीखों का कभी भी ऐलान किया जा सकता है। माना जा रहा है कि शनिवार से सोमवार के बीच आयोग की ओर से पांचों राज्यों में चुनाव तारीखों की घोषणा कर दी जाएगी। इसके साथ ही पांचों राज्यों में चुनाव आचारसंहिता भी लागू हो जाएगी।
चुनाव आयोग की आज महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक
चुनाव आयोग की तैयारी को देखते हुए पांचों राज्यों में सियासी गतिविधियां पहले ही चरम पर पहुंच चुकी हैं। आयोग पिछले कई दिनों से इन पांचों राज्यों में चुनावी तैयारियों की जांच पड़ताल में जुटा हुआ है। आयोग से जुड़े हुए अफसरों ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में चुनाव तैयारियो का जायजा पहले ही ले लिया था। गुरुवार को आयोग के अफसरों ने हैदराबाद का दौरा करके चुनावी तैयारियों के संबंध में जानकारी हासिल की थी।
चुनाव आयोग की ओर से शुक्रवार को पर्यवेक्षकों की बैठक बुलाई गई है और इस बैठक के दौरान चुनावी तैयारियों की आखिरी दौर की समीक्षा की जाएगी। जानकारों का कहना है कि इस समीक्षा बैठक के बाद किसी भी समय इन पांचों राज्यों में चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा।
दिसंबर के दूसरे हफ्ते में आ जाएंगे नतीजे
जानकारों का मानना है कि पांचो राज्यों में नवंबर और दिसंबर की शुरुआत में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है और दिसंबर के दूसरे हफ्ते में सभी चुनाव नतीजे सामने आ जाएंगे। मिजोरम में विधानसभा का कार्यकाल 17 दिसंबर को समाप्त होने वाला है और इस कारण माना जा रहा है कि चुनाव नतीजे की घोषणा इससे पूर्व ही कर दी जाएगी।
राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल जनवरी महीने के दौरान अलग-अलग तारीखों पर समाप्त होने वाला है मगर मिजोरम की विधानसभा के कार्यकाल को देखते हुए चुनाव नतीजे की घोषणा दिसंबर में ही किए जाने की संभावना है। 2018 में दिसंबर के दूसरे सप्ताह के दौरान ही इन राज्यों में चुनाव नतीजे की घोषणा की गई थी।
पांच राज्यों का चुनाव क्यों है महत्वपूर्ण
देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले इन पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को सत्ता की सेमीफाइनल लड़ाई के तौर पर देखा जा रहा है। यही कारण है कि भाजपा और कांग्रेस समेत सभी दलों ने इन राज्यों में चुनावी बाजी जीतने के लिए पहले ही पूरी ताकत लगा रखी है। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकारें हैं जबकि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में भाजपा की सरकार सत्तारूढ़ है।
तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव की अगवाई में बीआरएस की सरकार है जबकि मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट की सरकार सत्ता में है। बिहार में जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी होने के बाद देश में यह पहला चुनाव होगा और ऐसे में इस चुनाव में आंकड़ों के जारी होने का सियासी असर भी देखा जाएगा।
इसके साथ है ही भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए के खिलाफ विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की ताकत भी उजागर होगी। यही कारण है कि चुनाव नतीजे पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। भाजपा और कांग्रेस के लिए इन चुनाव नतीजों को सबसे ज्यादा अहम माना जा रहा है।