बाबरी मस्जिद-राम मंदिर: SC की सलाह पर आजम की प्रतिक्रिया, बीजेपी और उलेमा करें समझौता
आजम खान ने सुप्रीम कोर्ट की सलाह पर प्रतिक्रिया देते हुए भी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को ही निशाने पर रखा। उन्होंने कहा कि ये उलेमा ही हैं, जिन्हें हिंदुस्तान के लोग और बीजेपी जानती है और उलेमा ने बीजेपी के लिए काम भी किया है।
रामपुर: बाबरी मस्जिद विवाद को आपसी सहमति से सुलझाने की सुप्रीम कोर्ट की सलाह को आजम खान ने एक अच्छी पहल बताया है। उन्होंने कहा कि उलेमा इस सिलसिले में पहल करें और समाधान निकल आए तो देश को कोई परेशानी नहीं है।
सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने कहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुरुआत की है तो धर्मगुरुओं के साथ मिल कर कोई समझौता हो सकता है।
आजम खान ने कहा कि उलेमा कौंसिल, दिल्ली के शाही इमाम और औवेसी विवाद को सुलझाने के लिए बात करें।
बरेली की प्रसिद्ध दरगाह के प्रमुख तौकीर रजा खां को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि वह इस्लामिक पॉलिटिकल पार्टी चलाते हैं, वह बात करें।
आजम खान ने सुप्रीम कोर्ट की सलाह पर प्रतिक्रिया देते हुए भी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को ही निशाने पर रखा।
उन्होंने कहा कि ये उलेमा ही हैं, जिन्हें हिंदुस्तान के लोग और बीजेपी जानती है।
उन्होंने तंज किया कि उलेमा बीजेपी के करीब भी हैं और उन्होंने बीजेपी के लिए काम भी किया है।
इसलिए अगर ये सब मिल कर कोई हल निकाल लेते हैं, तो देश को कोई परेशानी नहीं होगी और वह भी विचार करेंगे।
आगे एआईएमआईएम के ओवैसी और बाबरी एक्शन कमेटी के जीलानी की प्रतिक्रिया...
एआईएमआईएम के प्रमुख और सांसद असदउद्दीन ओवैसी ने भी कहा कि इस सिलसिले में पहले कई दौर की बाातचीत बेमानी साबित हुई है।
उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले की प्रतिदिन सुनवाई करे, हमें नतीजे मिल जाएंगे।
बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमेटी के संयोजक जफरयाब जीलानी ने कहा है कि अदालत के बाहर इस विवाद का समाधान संभव नहीं है।
जीलानी ने कहा कि बातचीत से विवाद के समाधान का प्रयास पहले असफल हो चुका है।
�
�