वाराणसी: बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में छेड़छाड़ के विरोध में छात्राओं के विरोध प्रदर्शन के बाद शुरू हुई हिंसा रह-रहकर धधक उठती है। शनिवार रात की हिंसक घटनाओं के बाद परिसर शांति बहाली की ओर बढ़ रहा था कि रविवार (24 सितंबर) दोपहर अचानक एक बार फिर माहौल गरमा गया। वहीं, वीसी ने विश्वविद्यालय परिसर के बिगड़े माहौल के लिए बाहरी तत्वों को जिम्मेदार ठहराया है।
रविवार दोपहर 12 बजे ब्रोचा छात्रावास के सामने से गुजर रहे एक ट्रैक्टर में छात्रों ने आग लगा दी। वहीं, एलडी गेस्ट हाउस चौराहे पर शांति मार्च निकाल रही छात्राओं पर प्राक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज में आधा दर्जन छात्राओं के घायल होने की सूचना है। इसके बाद त्रिवेणी छात्रावास के पास भी आंदोलनकारी छात्रों ने जमकर पथराव किया। मौके पर पहुंचे सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें तितर-बितर करने का प्रयास किया।
ये भी पढ़ें ...BHU में हालात बेकाबू, छात्राओं पर लाठीचार्ज, छात्रों ने पेट्रोल बम फेंके
हिंसा में बाहरी का हाथ
दूसरी तरफ, बीएचयू के वीसी जीसी त्रिपाठी ने सभी हॉस्टलों को खाली करने के आदेश दिए हैं। हॉस्टल खाली करने के लिए छात्रों को शाम 3 बजे तक का अल्टीमेटम दिया गया है। वहीं, वीसी ने इस हिंसा में बाहरी तत्व के हाथ होने की बात कही है।
ये भी पढ़ें ...सिर मुंडवाने वाली छात्रा की क्या है मिस्ट्री, BHU ने आखिर क्यों उठाए सवाल ?
पुलिस और छात्र आमने-सामने
बताया जा रहा है कि अभी भी पुलिस और छात्र आमने-सामने हैं। आंदोलन कर रहे कुछ छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। जिसके बाद साथी को छुड़ाने के लिए छात्रों ने लंका थाना को घेर लिया।