Brij Bhushan Singh: कोर्ट पहुंचा कुश्ती का 'दंगल', बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को दी चुनौती

Brij Bhushan Sharan Singh: भाजपा सांसद का आरोप है कि इस पूरे मामले के पीछे कांग्रेस और हरियाणा की हुड्डा लॉबी का हाथ है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2023-01-23 08:52 GMT

Brij Bhushan Sharan Singh (Pic: Social Media)

Brij Bhushan Sharan Singh: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के गंभीर आरोपों और तीन दिनों तक चले धरने के बाद अब यह मामला सियासी रंग ले चुका है। भाजपा सांसद का आरोप है कि इस पूरे मामले के पीछे कांग्रेस और हरियाणा की हुड्डा लॉबी का हाथ है। अब हरियाणा के पूर्व पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष व भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बृजभूषण शरण सिंह को तीखा जवाब दिया। अब ये मामला अदालत पहुंच चुका है।

उन्होंने कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर पहलवानों की ओर से लगाए गए आरोप काफी गंभीर हैं और इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद की ओर से इस पूरे प्रकरण में बेवजह उनका और उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम घसीटने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में भाजपा सांसद के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इस बाबत अपने वकीलों से विचार विमर्श करने में जुटे हुए हैं।

अदालत पहुंचा कुश्ती का 'दंगल' 

कुश्ती का 'दंगल' अब अदालत पहुंच चुका है। भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के सहयोगी की ओर से धरना देने वाले खिलाड़ियों के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इस याचिका में बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न (Sexual Harrasment) के आरोपों को भी चुनौती दी गई है।  

याचिका में क्या?

दरअसल, बीते सप्ताह बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट सहित 30 से ज्यादा पहलवान जंतर-मंतर पर धरना देने बैठे थे। दिल्ली हाईकोर्ट में ये याचिका बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी की ओर से दाखिल की गई है। जिसमें आरोप लगा है कि पहलवानों ने न्याय का मजाक बनाकर यौन उत्पीड़न कानूनों का पूरी तरह से दुरुपयोग किया है। अगर, किसी खिलाड़ी का यौन उत्पीड़न हुआ है, तो उन्हें कानून या अदालत के अनुसार कार्रवाई करनी चाहिए। याचिका में विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और अन्य पहलवानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश देने की मांग की है। जिन्होंने बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं।  

खिलाड़ियों के साथ न्याय करने की मांग

पूर्व मुख्यमंत्री ने रोहतक में अपने आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि देश के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ी हमारे देश की शान हैं और उनकी ओर से लगाए गए आरोपों की निष्पक्ष तरीके से जांच पड़ताल की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की ओर से लगाए गए आरोप काफी गंभीर हैं और उन्हें न्याय मिलना चाहिए।

विश्व कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष की कार्यप्रणाली को लेकर पहले भी शिकायतें सामने आती रही हैं। इसलिए पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच किया जाना जरूरी है।

हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के खेल मंत्री पर लगाया गया आरोप भी काफी गंभीर है और उसकी भी जांच की जानी चाहिए। इस मामले की जांच से पहले खेल मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

हरियाणा में कांग्रेस दिखाएगी ताकत

मीडिया से बातचीत के दौरान हुड्डा ने हरियाणा की सियासी स्थिति की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता कांग्रेस को जिताने का मन बना चुकी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में निकली भारत जोड़ो यात्रा को हरियाणा में ऐतिहासिक समर्थन मिला है जो हरियाणा में कांग्रेस की बढ़ती ताकत का सबूत है।

हुड्डा ने कहा कि भाजपा और जेजेपी के गठबंधन से राज्य की जनता निराश हो चुकी है। प्रदेश की जनता के सामने समस्याओं का अंबार लगा हुआ है मगर सरकार की ओर से इन समस्याओं का कोई निराकरण नहीं हो पा रहा है। ऐसे में जनता ने राज्य में सत्ता बदलने का मन बना लिया है। आने वाले विधानसभा चुनाव में लोगों को काग्रेस की ताकत का पता लग जाएगा।

गन्ना किसानों की मांगों का समर्थन

भारत जोड़ो यात्रा के समापन के बाद कांग्रेस के हाथ जोड़ो कार्यक्रम की तैयारियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में कांग्रेस की 25 जनवरी को महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। इस बैठक में कांग्रेस के हाथ जोड़ो कार्यक्रम को सफल बनाने की रणनीति तैयार की जाएगी। भारत जोड़ो यात्रा की तरह इस कार्यक्रम को भी हरियाणा में व्यापक जनसमर्थन हासिल होगा।

पूर्व मुख्यमंत्री ने गन्ना किसानों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि राज्य सरकार को इस दिशा में जल्द कदम उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा के किसानों को भी पंजाब के गन्ना किसानों के बराबर रेट मिलना चाहिए। उन्होंने ई-टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंचों की मांग का भी समर्थन किया।

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