नीतीश हुए आग बबूला: अचानक जनसभा में हुआ ऐसा, गुस्से में बोले- निकल जाओ

बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार आज मुजफ्फरपुर के काटी विधानसभा में अपने प्रत्याशी मोहम्मद जमाल के समर्थन में जनसभा करने आये थे। जैसे ही सीएम नीतीश कुमार मंच पर पहुंचे मुर्दाबाद के नारे लगने लगे।

Update: 2020-10-25 13:40 GMT
बीते दिनों राष्ट्रीय जनता दल ( RJD) ने चुनाव से ठीक पहले 23 सदस्यों को पार्टी से बाहर कर दिया। इन सभी नेताओं के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों  में शामिल होने और अनुशासनहीनता के आरोप हैं।

मुजफ्फरपुर- बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जनसभा में जनता के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। कभी किसी जनसभा में उनपर पत्थरबाजी या चप्पल फेंकी जा रही तो कभी उनके सम्बोधन के दौरान लालू ज्यादा ज़िंदा बाद के नारे लग गए। इसी कड़ी में आज नीतीश कुमार के मुज़फ़्फ़रपुर में जनसभा को संबोधित करने के दौरान कुछ युवकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। वहां बैठे युवकों ने नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे लगाए लगाए तो हड़कंप मच गया। सीएम नीतीश भी आग बबूला हो गए और बोले कि जिसकी जिंदाबाद कह रहे हो उसे सुनो जाकर, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने युवकों को जनसभा से खदेड़ दिया।

मुजफ्फरपुर जनसभा में लगे नीतीश मुर्दाबाद के नारे

दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार आज मुजफ्फरपुर के काटी विधानसभा में अपने प्रत्याशी मोहम्मद जमाल के समर्थन में जनसभा करने आये थे। जैसे ही सीएम नीतीश कुमार मंच पर पहुंचे, और संबोधन करना शुरू, जनसभा में बैठे कुछ युवकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। युवक कहने लगे, 'नीतीश कुमार वापस जाओ और नीतीश कुमार मुर्दाबाद।

नीतीश भड़के- बोले, जिसकी जिंदाबाद के नारे लगा रहे हो, उसे सुनने जाओ

युवक चिल्ला चिल्ला कर नारे लगा रहे थे, कि हमें रोजगार चाहिये, झूठे वादे नहीं। उनके इस हंगामे से सुरक्षाकर्मियों समेत रैली में शामिल पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं में भी अफरा तफरी मच गयी। सुरक्षा कर्मी उन्हें जनसभा से बाहर निकालने लगे। मंच पर मौजूद नीतीश कुमार को भी गुस्सा आ गया और उन्होंने कहा कि यहां क्यों आये हो, जिसकी जिंदाबाद के नारे लगा रहे हो, उसे सुनने जाओ।

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उन्होंने आग बबूला होते हुए कहा कि कुछ लोगों को न कोई ज्ञान है और न हीं कोई अनुभव है। हम समाज को एक करने में लगे हुए हैं और वो लोग समाज को बांटने में लगे हुए हैं।

सुरक्षाकर्मियों ने युवकों को जनसभा से निकाला

इसके बाद नीतीश कुमार ने कहा कि जाओ अपने माँ-बाप से पूछो कि 15 साल पहले घर से निकलना कितना मुश्किल होता था, पूरे राज्य में जो स्वास्थ्य केंद्र हैं, वहां एक महीने में 39 मरीज आते थे। लेकिन हमारी सरकार ने इन स्वास्थ्य केंद्रों में सुधार किया, व्यवस्थाएं दुरुस्त की। अब एक माह में 10 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं।

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