Bihar Flood: बिहार में 13 जिले बाढ़ से त्रस्त, नेपाल ने छोड़ा पानी तो नदियों का दिखा विकराल रूप
Bihar Flood: नेपाल से छोड़े गए पानी की वजह से बिहार के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालत दिखाई दे रहें है।
Bihar Flood: नेपाल में कोसी और गंडक नदी खोले जाने की वजह से बिहार के कुछ जिलों में तबाही जैसे हालात पैदा हो गए है। अधिकारियों के मुताबिक दोनों ही नदियां अपने तटबंधों को तोड़ने को आतुर हैं। इस पानी के बहाव की वजह से 50 से अधिक स्थानों पर तबाही मच गई है। बिहार में इस समय ऐसे हालात हो गए है कि राज्य के 13 जिलों में 1.41 लाख आबादी पलायन को मजबूर है। राज्य के राज्य जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल के मुताबिक शनिवार को दोपहर बाद कोसी नदी पर बने बीरपुर बैराज को खोलकर कुल 5.31 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
13 जिलें बाढ़ से प्रभावित
नेपाल में पानी छोड़ने की वजह से 13 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। मंजर ऐसा हो गया है कि राज्य के 13 जिलों में 1.41 लाख आबादी पलायन को मजबूर है। जानकारी के मुताबित कहा जा रहा है कि कोसी नदी में एक बार इतना पानी बीते 56 वर्षों में पहली बार छोड़ा गया है। इसकी वजह से तटबंधों को काफी खतरा बढ़ा है। प्रमुख सचिव के मुताबिक इस बैराज से इससे पहले इतना पानी साल 1968 में आया था। उस समय बैराज से 7.88 लाख क्यूसेक छोड़ा गया था। इसी क्रम में गंडक नदी पर बने वाल्मीकि नगर बैराज से भी 4.49 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। उन्होने यह भी बताया कि इस बैराज से अब से पहले इतना पानी साल 2003 में 6.39 लाख क्यूसेक छोड़ा गया था।
कौन जिले सबसे ज्यादा प्रभावित
नेपाल से छोड़े गए पानी की वजह से 13 जिले बुरी तरह प्रभावित हैं। जिसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर सीतामढ़ी, सुपौल, सिवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और मधुबनी शामिल है। इस बाढ़ के पहले बक्सर, भोजपुर, सारण, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर और भागलपुर समेत गंगा के तटवर्ती इलाके इससे प्रभित थे।