बिहार: राज्य विधानसभा में चमकी बुखार को लेकर स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साधा गया

विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही एईएस (चमकी बुखार) से प्रदेश में 28 जून तक 154 बच्चों की मौत को लेकर विपक्षी दलों ने कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया।

Update: 2019-07-02 04:25 GMT
बिहार: राज्य विधानसभा में चमकी बुखार को लेकर स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साधा गया

पटना: बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के कारण बड़ी संख्या में बच्चों की मौत को लेकर राज्य विधानसभा में हुई चर्चा और सदन परिसर में प्रदर्शन के दौरान विपक्ष ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय पर निशाना साधा।

विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही एईएस (चमकी बुखार) से प्रदेश में 28 जून तक 154 बच्चों की मौत को लेकर विपक्षी दलों ने कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया।

ये भी देंखे:मुंबई: ‘स्पाइसजेट’ का विमान रनवे पर फिसला, कोई हानि नहीं

राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी का बयान...

प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की अनुपस्थिति में राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि 10 से 15 साल से ऐसा हो रहा है पर इस बार जितनी संख्या में बच्चों की एईस से मौत हुई है उसने पूरे देश को झकझोर दिया।

उन्होंने कहा कि इसको लेकर मीडिया ने जो रूख अपनाया और जिस तरह से मुख्यमंत्री को एकतरफा निशाना बनाने का एजेंडा बनाया, उससे हम सहमत नहीं हैं।

सिद्दीकी ने कहा कि इस मामले में जहां बिहार सरकार की जिम्मेवारी बनती है वहीं केंद्र सरकार की भी जिम्मेवारी है और वह इससे अलग नहीं हट सकती।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय पर इस मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चों की मौत होती रही और बिहार का कोई मंत्री खासकर स्वास्थ्य मंत्री दस जून के पहले मुजफ्फरपुर नहीं गए।

ये भी देंखे:वर्ल्ड कप 2019: इंडिया-बांग्लादेश की भिड़ंत आज, कड़ा होगा मुकाबला

नेता राबड़ी देवी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा

बिहार विधान परिषद में प्रतिपक्ष की नेता राबड़ी देवी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की राजग सरकार की कमी है और वह दोषी है। बच्चों की मौत की जांच और उसके लिए जिम्मेवार पर हत्या का मुकदमा होना चाहिए।

सदन की कार्यवाही के पहले दिन (शुक्रवार) से स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही भाकपा माले के विधायकों ने आज फिर अपनी इस मांग को दोहराया।

एईएस पर चर्चा के बाद स्वास्थ्य मंत्री के जवाब देने के लिए खडे़ होने पर मुख्यमंत्री से स्वयं इसपर जवाब देने की मांग करते हुए विपक्षी सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए पर मुख्यमंत्री के बोलने के समय वे सदन में वापस लौट आए।

ये भी देंखे:पुणे: झोंपड़ी पर दीवार ढहने से 6 श्रमिकों की मौत, 2 घायल

कार्यवाही शुरू होने के पहले विपक्षी सदस्यों ने सदन परिसर में हाथों में तख्तियां लेकर एईएस पर काबू पाने वाले विफल रहने का आरोप लगाते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इस्तीफे की मांग की ।

Tags:    

Similar News