Delhi CM: दिल्ली में सीएम तो नहीं लेकिन दो उपमुख्यमंत्री घोषित, प्रवेश वर्मा का पद तय!
Delhi Deputy CM: दिल्ली में दो उपमुख्यमंत्री चुने जा सकते हैं। जानकारी मिल रही है कि भाजपा मीटिंग के बाद कोई बड़ा फैसला ले सकती है।;
Delhi New CM: दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी दो उपमुख्यमंत्री चुन सकती है। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि यूपी, राजस्थान और बिहार की तर्ज पर सियासी समीकरण साधने के लिए भारतीय जनता पार्टी दो उपमुख्यमंत्री घोषित कर सकती है। ऐसे में अब राजनीति के जानकारों का कहना है कि भाजपा प्रवेश वर्मा को उपमुख्यमंत्री चुन सकती है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीटों पर जीत हासिल कर बहुमत से सरकार बनाई। अब दिल्ली के लोगों को अपने मुख्यमंत्री का नाम जानने का इंतजार है। फिलहार पार्टी विधायक दल के साथ बैठक कर रही है। उम्मीद है कि शाम तक दिल्ली के नए सीएम का नाम पता चल जाएगा। इसी बीच सूत्रों के हवाले के जानकारी सामने आई है कि दिल्ली में दो उपमुख्यमंत्री भी चुने जाएंगे। उपमुख्यमंत्री के जरिए भाजपा आगामी चुनाव और वोट बैंक मजबूत कर सकती है। उप मुख्यमंत्री पद के लिए जो पहले नाम आ रहे हैं वह प्रवेश वर्मा हो सकते हैं। प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली से केजरीवाल को हराकर जीत हासिल की है। वहीं दूसरा नाम रेखा गुप्ता का है। भाजपा महिलाओं का वोट बैंक साधने के लिए उप मुख्यमंत्री पद देकर बड़ा खेल कर सकती है।
उप मुख्यमंत्री का पद नहीं होता संवैधानिक
मालूम हो कि उप मुख्यमंत्री का पद संवैधानिक नहीं होता है। उप मुख्यनंत्री न तो मुख्यमंत्री का अनुपस्थिति में कैबिनेट को लीड कर सकता है न तो कोई अलग सुविधाएं दी जाती है। इस पद के लिए कोई अलग से भत्ता भी नहीं मिलता है। ऐसा माना जाता है कि रूलिंग पार्टी उप मुख्यमंत्री चुनक जातीय समीकरण को साधती है। इसके साथ ही ये पद राजनीति के लिए होता है। बता दें देश में उप मुख्यमंत्री चुनने की शुरुआत बिहार से हुई थी। इसकी शुरुआत साल 1946 से 1957 में बिहार से हुई थी। देश के पहले उपमुख्यमंत्री बिहार में कांग्रेस के दिग्गज नेता अनुग्रह नारायण सिन्हा बने थे।