BJP News: अब भाजपा विधायकों की लग सकती है लाटरी, पार्टी लोकसभा का चुनाव लड़ाने की कर रही है तैयारी
BJP News:संसद के शीतकालीन सत्र के समाप्त होते ही पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक होगी जिसमें इस बारे में विस्तृत चर्चा की जाएगी। बैठक का एजेंडा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की भावी रणनीति पर केंद्रित रहेगा। इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी संगठन को चुनावी मंत्र भी देंगे।
BJP News: हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा का उस राज्यों से जुड़े बड़े नेताओं का चुनाव मैदान में उतारने का प्रयोग सफल रहने के बाद अब पार्टी इसे लोकसभा 2024 के चुनाव में भी आजमाने जा रही है। लोकसभा चुनाव में भाजपा के कई राज्यसभा सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्य, पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के पदाधिकारी भी चुनाव मैदान में उतरेंगे। इनमें ऐसे केंद्रीय मंत्री भी चुनाव मैदान में होंगे, जो राज्यसभा के सांसद हैं।
पांच राज्यों के चुनावों में सफलता के ये रहे हैं कारण!-
पांच राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनावों में से भाजपा ने तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में शानदार जीत हासिल करते हुए यहां सत्ता पर काबिज हुई है। इस सफलता के जो प्रमुख कारण रहे, उनमें से एक बड़ा दांव राज्यों से जुड़े लोकसभा सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव में उतारना था। इनमें केंद्रीय मंत्री, नेशनल पदाधिकारी और लोकसभा सांसद भी शामिल रहे।
पार्टी ने चार राज्यों मध्य प्रदेश में सात, राजस्थान में सात, छत्तीसगढ़ में चार और तेलंगाना में तीन सांसदों व मंत्रियों को चुनाव मैदान में उतारा था। इस तरह से कुल 21 सांसदों को विधानसभा का चुनाव लड़ाया गया। इनमें से कुल 12 चुनाव जीतने में सफल रहे। इस सफलता से अब पार्टी मान रही है कि यह बड़ा आंकड़ा है, लेकिन यहां सबसे खास बात यह है कि इनके चुनाव लड़ने से पार्टी के पक्ष में एक सकारात्मक माहौल बना और साथ ही कार्यकर्ताओं में उत्साह आया, वहीं जनता को भी यह विश्वास हुआ कि पार्टी पूरी गंभीरता से चुनाव लड़ रही है। इसके अलावा विपक्ष की रणनीति पर भी दबाव बना।
कुछ ने तो सीटें भी पसंद करनी शुरू कर दीं-
सूत्रों के अनुसार भाजपा की 2024 के लोकसभा चुनाव में राज्यसभा सांसदों जिसमें कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं। उन्हें भी लोकसभा का चुनाव लड़ने को कहा गया है। कुछ ने तो अपनी सीटें भी पसंद करनी शुरू कर दी हैं। वहीं इस बीच राज्यों में नेतृत्व को सामने लाने के बाद वहां के प्रमुख नेताओं को भी केंद्रीय राजनीति में लाने पर विचार हो रहा है। इसमें कुछ पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यों में लंबे समय से विधायक व विधान परिषद सदस्य रहे नेता भी शामिल हैं। वहीं कुछ पार्टी पदाधिकारी जो अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं के भी चुनाव लड़ने की संभावना है।
जल्द ही जमीन पर उतरेगी रणनीति-
भाजपा नेतृत्व दिसंबर के आखिरी सप्ताह से लोकसभा चुनावों की रणनीति को जमीन पर उतारने जा रहा है। संसद के शीतकालीन सत्र के समाप्त होते ही पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारियों की बैठक होगी जिसमें इस बारे में विस्तृत चर्चा की जाएगी। बैठक का एजेंडा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की भावी रणनीति पर केंद्रित रहेगा। इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी संगठन को चुनावी मंत्र भी देंगे।