भाई वाह! बिटिया की शादी के लिए बीजेपी MLA ने चुना मंदिर, सादगी से हुए फेरे
पटना : आमतौर पर राजनेताओं के घरों में होने वाली शादियों में लाखों, करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं। ऐसे में अगर कोई विधायक अपनी लाड़ली बिटिया की शादी बिना तड़कभड़क और दिखावे के किसी मंदिर में करे, तो आपको जरूर आश्चर्य होगा।
बिहार के सारण जिले के एक भाजपा विधायक ने सोमवार को अपनी पुत्री का विवाह एक मंदिर में इतनी सादगी से किया कि यह समाज के लिए मिसाल बन गया है।
सारण जिले के अमनौर के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा ने अपनी पुत्री सबिता कुमारी की शादी सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर में की। इस शादी समारोह में न तो फिजूलखर्ची हुई और न ही धन या बाहुबल का प्रदर्शन हुआ।
मंदिर परिसर में ही विधायक की बेटी सबिता ने भगवान शंकर और अग्नि को साक्षी मानकर अपने जीवन साथी विशेश्वरपुर गांव निवासी आलोक कुमार सिंह के साथ सात फेरे लिए। इस विवाह में वर पक्ष से लेकर वधू पक्ष तक का स्वागत सादगी से किया गया। इस विवाह समारोह में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी पहुंचे, उन्होंने वर-वधू को आर्शीवाद दिया।
विधायक चोकर बाबा ने आईएएनएस से कहा, "मैं अपने क्षेत्र में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को विवाह में आगे आकर मदद करता हूं। ऐसे में उन लोगों को फिजूलखर्ची नहीं करने और तड़कभड़क से दूर रहने की सलाह देते हुए मंदिर में शादी करने की सलाह देता हूं। ऐसे में अगर मैं अपनी बेटी की शादी घर में या होटल में करता, तब गलत होता।"
विधायक ने कहा, "अक्सर समाज में कहा जाता है कि नेता केवल दूसरों को नसीहत देते हैं, ऐसे में मैंने इस मिथक को तोड़ने को ठानी है।"
वे कहते हैं कि लोग परिणय सूत्र में भगवान और इष्टदेव को ही साक्षी मानकर परिणय सूत्र में बंधते हैं। ऐसे में इस पावन स्थल पर ही पूरा विवाह संपन्न हो, तो इससे बड़ी खुशी की बात क्या हो सकती है।
भाजपा के विधायक ने बताया कि उनके नए समधी (दामाद के पिता) अवधेश कुमार सिंह पहले तो मंदिर में शादी करने को तैयार नहीं हुए थे, लेकिन जब उन्हें समझाया गया, तो वह भी फौरन तैयार हो गए। उन्होंने भी इस पहल का स्वागत किया। विधायक ने दावा किया कि इस विवाह समारोह से न केवल घर में, बल्कि समाज और गांव में भी एक संदेश गया है।
इस मौके पर भाजपा के नेता सुशील मोदी ने भी मंदिर में शादी समारोह आयोजित करने को लेकर विधायक चोकर बाबा की खुलकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि शादी को फिजूलखर्ची से बचने के लिए चोकर बाबा ने एक अच्छी परंपरा की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि विधायक चाहते तो बड़े होटलों में शादी समारोह आयोजित करवा सकते थे, लेकिन उन्होंने नई परंपरा का शुभारंभ कर संपन्न लोगों के लिए अच्छा संदेश दिया है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में सरकार भी दहेजमुक्त विवाह और विवाह में कम खर्च करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की बात कही है। ऐसे में भाजपा के विधायक की पहल की प्रशंसा राज्यभर में हो रही है।