Suresh Gopi: कल शपथ, अब मंत्री पद छोड़ना चाहते हैं केरल के इकलौते बीजेपी सांसद, बताई ये वजह

Suresh Gopi: केरल से पहली बार जीतकर संसद पहुंचे बीजेपी के इकलौते सांसद सुरेश गोपी ने मंत्री पद छोड़ने की इच्छा जताई है।

Written By :  Ashish Kumar Pandey
Update:2024-06-10 13:24 IST

BJP Kerala MP Suresh Gopi   (फोटो: सोशल मीडिया )

Suresh Gopi: सुरेश गोपी को मोदी सरकार तीन में अभी मंत्री बने कुछ ही घंटे बीते थे कि उन्होंने मंत्री पद छोड़ने की इच्छा जता दी। यही नहीं उन्होंने मंत्री पद छोड़ने का कारण भी बताया। सुरेश गोपी केरल से भाजपा के पहले सांसद हैं जो जीत कर लोकसभा पहुंचे हैं। उन्होंने रविवार को केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली थी।. शपथ ग्रहण समारोह के बाद दिल्ली में एक क्षेत्रीय चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने मंत्री पद नहीं मांगा है और उन्हें उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही इस पद से मुक्त कर दिया जाएगा।

दरअसल मंत्री पद छोड़ने की वजह बताते हुए सुरेश गोपी ने कहा कि मैंने कई फिल्में साइन की हैं और उन्हें करना है। उन्होंने कहा, मैं त्रिशूर के सांसद के रूप में काम करूंगा। बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सुरेश गोपी ने केरल के त्रिशूर संसदीय क्षेत्र से जीत हासिल की है। इस जीत के साथ ही उन्होंने केरल से भाजपा के पहले सांसद के रूप में इतिहास में अपना नाम दर्ज करा दिया। सुरेश ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) उम्मीदवार वी एस सुनील कुमार को 74686 वोटों से हराया था।

बोले-मेरा मकसद सांसद के रूप में कार्य करना है

सुरेश गोपी ने कहा, मेरा मकसद लोकसभा सांसद के रूप में काम करना है। मैंने कुछ नहीं मांगा, मैंने कहा था कि मुझे इस पद की जरूरत नहीं है। मुझे लगता है कि मैं जल्द ही पद से मुक्त हो जाऊंगा। त्रिशूर के मतदाताओं से कोई दिक्कत नहीं नहीं है। वे यह जानते हैं और एक सांसद के रूप में मैं उनके लिए वास्तव में अच्छा कार्य करूंगा। मुझे किसी भी कीमत पर अपनी फिल्में करनी हैं।


राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं

सुरेश गोपी केरल के जिस त्रिशूर सीट से इस बार लोकसभा चुनाव जीते हैं, पिछले चुनाव में वहां से कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। लोकसभा सांसद चुने जाने से पहले गोपी राज्यसभा सांसद भी रहे हैं। उन्हें 2016 में राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था। राज्यसभा में उनका कार्यकाल 2022 तक रहा था।


फिल्मों मे निभाई है अहम भूमिका

सुरेश गोपी मूल रूप से केरल के अलप्पुझा के रहने वाले हैं। उनका जन्म 1958 में हुआ था। उन्होंने कोल्लम से साइंस सब्जेक्ट में डिग्री हासिल की है और अंग्रेजी से मास्टर किया है। सुरेश का फिल्मों से भी गहरा ताल्लुक है। उन्होंने एक बाल कलाकार के रूप में फिल्मों में काम करना शुरू किया और फिर आगे कई फिल्मों में काम किया। उन्होंने कई फिल्मों में मुख्य भूमिका भी निभाई है। 1998 में आई फिल्म कलियाट्टम के लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है। इसके अलावा वह लंबे समय तक टीवी शो भी होस्ट करते रहे हैं। अब सुरेश गोपी का यह कदम कितना सही होगा यह तो वही जानें लेकिन भाजपा के लिए तो यह शायद अच्छा नहीं होगा, क्यों कि जिस उम्मीद के साथ पीएम मोदी ने सुरेश गोपी को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है। सुरेश गोपी के मंत्री पद छोड़ने पर भाजपा और पीएम मोदी को गहरा झटका लगेगा। भाजपा केरल में अपनी जड़े जमा रही है। भाजपा आने वाले विधानसभा चुनाव में राज्य में मजबूती के साथ अपनी मौजूदगी जताने में लगी है। ऐसे में सुरेश गोपी अगर मंत्री पद छोड़ते हैं तो यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा।



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