बीजेपी सांसद वरुण गांधी का बयान: अग्निवीरों को 4 साल बाद पेंशन नहीं तो वह भी अपनी पेंशन छोड़ने को तैयार
Varun Gandhi on Agneepath Scheme: वरुण गांधी ने कहा है कि यदि अग्निवीरों को 4 साल की सेवा के बाद सरकार की ओर से पेंशन के हकदार नहीं हैं तो वह भी अपनी पेंशन छोड़ने को तैयार हैं।
Varun Gandhi on Agneepath Scheme: उत्तर प्रदेश स्थित पीलीभीत से भाजपा सांसद एक बार फिर अपनी पार्टी के खिलाफ खड़े नजर आ रहे हैं। दरअसल, अग्निपथ योजना के ऐलान के बाद देशभर में भारी बवाल देखने को मिला और हिंसक प्रदर्शन के चलते सरकारी संपत्ति को भी भारी क्षति पहुंची। ऐसे में जहां एक ओर तमाम भाजपा नेता और मंत्री जनता को अग्निपथ योजना के फायदे गिनाने में लगे हुए हैं वहीं दूसरी ओर भाजपा सांसद वरक गांधी अलग ही तेवर में नज़र आ रहे हैं। हालिया तौर पर वरुण गांधी ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती होने वाले अग्निवीरों का समर्थन में उतरते हुए अपनी पेंशन त्यागने की बात कही है।
अग्निवीरों के सपोर्ट में आएं वरुण गांधी
वरुण गांधी ने अपने बयान में कहा है कि यदि अग्निवीरों को 4 साल की सेवा के बाद सरकार की ओर से पेंशन के हकदार नहीं हैं तो वह भी अपनी पेंशन छोड़ने को तैयार हैं। वरुण गांधी के इस बयान के बाद यक़ीनन भाजपा में उनके खिलाफ असंतोष ज़ाहिर होना तय है, लेकिन बीते कुछ समय से देखें तो वरुण गांधी बेहद बेबाक और ज़रूरत पड़ने पर अपनी पार्टी भाजपा तक कि आलोचना करने में बिल्कुल भी नहीं घबराते हैं। साथ ही उन्होनें कई बार अपनी ही पार्टी की गलत नीतियों का कुक्कर विरोध किया है।
वरुण गांधी का अग्निवीरों का भविष्य और बेरोजगारी बढ़ने की चिंता पर सवाल
आपको बता दें कि वरुण गांधी ने अग्निपथ योजना के आधिकारिक ऐलान के बाद जसरी विरोध के मद्देनज़र रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को एक चिट्ठी लिखकर युवाओं के सवालों और शंकाओं को उनतक पहुंचाया था। वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नाम अपनी चिट्ठी में लिखा था कि सरकार ज़ल्द से ज़ल्द अग्निपथ योजना से जुड़ी कई युवाओं की शंका का समाधान कर योजना से जुड़े तथ्य को सार्वजनिक करे। वरुण गांधी ने 4 साल की अवधि के बाद अग्निवीरों का भविष्य और बेरोजगारी बढ़ने की चिंता पर सवाल किया था।