Sandeshkhali: संदेशखाली पर सियासत गरम, BJP ने डॉक्यूमेंट्री जारी कर ममता बनर्जी से पूछे तीखे सवाल
Sandeshkhali violence: ममता सरकार के खिलाफ सबसे आक्रमक लड़ाई बीजेपी ने छेड़ रखी है। राज्य के साथ-साथ केंद्र के नेता भी मैदान में उतरे हुए हैं।
Sandeshkhali Violence: संदेशखाली की घटना को लेकर इन दिनों पश्चिम बंगाल की सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी, लेफ्ट और कांग्रेस तीनों सत्तारूढ़ तृणमुल कांग्रेस पर हमलावर है। लोकल टीएमसी नेताओं पर वहां की महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने और उनकी जमीनें हड़पने के गंभीर आरोप हैं। ममता सरकार के खिलाफ सबसे आक्रमक लड़ाई बीजेपी ने छेड़ रखी है। राज्य के साथ-साथ केंद्र के नेता भी मैदान में उतरे हुए हैं।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी की ओर से संदेशखाली घटना पर गुरुवार को एक डॉक्यूमेंट्री जारी किया गया है। इसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कड़े सवाल किए गए हैं। ‘द संदेशखाली शॉक – द बिग रिवील’ नामक 20 मिनट से अधिक के इस डॉक्यूमेंट्री में महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों को दर्शाया गया है। आज नेशनल कमीशन फॉर शेड्यूल ट्राइब्स (NCST) की एक टीम भी संदेशखाली पहुंची है, जो पीड़ित महिलाओं से बात करेगी।
बीजेपी ने दीदी से पूछे तीखे सवाल
भाजपा ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर संदेशखाली की घटना पर आधारित डॉक्यूमेंट्री को जारी किया है। पार्टी ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, एक ऐसा सच जो हमें चौंका देगा, एक ऐसा सच जो हमें पीड़ा पहुंचाएगा, एक ऐसा सच जो हमारी अंतरात्मा को झकझोर कर रख देगा। संदेशखाली का सच, जिसे छुपाने की कोशिश कर रही हैं ममता बनर्जी।
डीजीपी ने संदेशखाली में गुजारी रात
उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा करने डीजीपी राजीव कुमार बुधवार को पहुंचे। रात उन्होंने यहीं बिताई और यहां तैनात अधिकारियों के साथ बैठकर हालात की समीक्षा की। गुरूवार सुबह कोलकाता लौटने के बाद उन्होंने कहा कि संदेशखाली में हर व्यक्ति की शिकायत सुनी जाएगी और दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। अगर लोगों को टॉर्चर करने में कोई शामिल होगा तो हम उसके खिलाफ सख्त एक्शन लेंगे।
गुरुवार को नेशनल कमीशन फॉर शेड्यूल ट्राइब्स (NCST) और नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन (NHRC) की विशेष टीम भी संदेशखाली पहुंची है। NCST के मुखिया अनंत नायक ने डीजीपी राजीव कुमार और मुख्य सचिव बीपी गोपालिका से तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। वहीं, मानवाधिकार आयोग ने आरोपियों के विरूद्ध अब तक की गई कार्रवाई को लेकर चार हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है। इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेशा शर्मा भी संदेशखाली का दौरा कर चुकी हैं।
मुख्य आरोपी अब तक फरार
संदेशखाली केस के तीन मुख्य आरोपी हैं – शाहजहां शेख, शिबू हाजरा और उत्तम सरदार। तीनों सत्ताधारी तृणमुल कांग्रेस के नेता हैं। शेख को छोड़कर बाकी दोनों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इन दोनों को टीएमसी से भी बाहर किया जा चुका है। हालांकि, शाहजहां शेख अभी भी फरार है और ममता सरकार पर उसे बचाने का आरोप है। पिछले दिनों कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी तल्ख टिप्पणी करते हुए फौरन शेख को पकड़ने का आदेश दिया था।
बता दें कि शाहजहां शेख के इशारे पर ही जनवरी में संदेशखाली में छापेमारी करने पहुंची ईडी की टीम पर जानलेवा हमला हुआ था। इसके बाद से वह अंडरग्राउंड है। उसे राशन घोटाला मामले में जेल में बंद मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक का काफी नजदीकी माना जाता है।