Badlapur Encounter: HC ने कहा इसे नहीं कह सकते एनकाउंटर, इन पांच सवालों में घिर गई पुलिस
Badlapur Encounter: बदलापुर में अक्षय शिंदे के एनकाउंटर को लेकर आज बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई हुई।
Badlapur Encounter: आज महाराष्ट्र के बदलापुर स्कूल यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर पर बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई हो रही है। इस एनकाउंटर को लेकर हाई कोर्ट ने बड़े सवाल खड़े किये है। कोर्ट ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें पहली नजर में ही गड़बड़ी दिखाई दे रही है। कोर्ट ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपी के सिर पर गोली कैसे लगी, जबकि पुलिस को इसकी ट्रेनिंग दी जाती है कि गोली कहां चलानी है। कोर्ट ने आगे कहा कि पुलिस को हाथ या पैर में गोली चलानी चाहिए थी। आखिर सिर पर गोली कैसे लगी?
3 गोली चली, बाकी 2 कहाँ गई
आज बदलापुर एनकाउंटर पर सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने पुलिस के बयानों पर सवाल उठाये। कोर्ट ने कहा कि आपने बताया कि तीन गोली चलाई गई। तो दो गोली कहाँ गई? सिर्फ एक ही गोली लगी है। क्या यह पुलिसकर्मी पर सीधा फायर था या रिकोशे फायरिंग? पुलिस अधिकारी को क्या चोट आई है? छेदने वाली या ब्रश वाली? कोर्ट ने सुनवाई करते हुए आगे कहा चार पुलिसकर्मी मिलकर एक आरोपी को नहीं रोक पाए? ऐसा संभव ही नहीं कि एक कमजोर आदमी रिवॉल्वर चला ले। कोर्ट ने आगे कहा कि इसे एनकाउंटर नहीं कहा जा सकता है। यह एनकाउंटर नहीं है।
अगली तारीख पर पेश कीजिये सबूत
आज बदलापुर काण्ड पर सुनवाई करते हुए जस्टिस चव्हाण ने कहा कि अगली सुनवाई पर हमें सारे सबूत पेश कीजिये। जिसमें पिस्टल पर फिंगर प्रिंट होने चाहिए और हैंड वॉश होने चाहिए। आज कोर्ट में सुनवाई के दौरा अक्षय शिंदे की ओर से पेश हुए वकील अमित कटरनावारे ने कोर्ट से कहा है कि अक्षय शिंदे को तलोजा जेल से कस्टडी में लेते समय और घटना के समय सभी दुकानों की सीसीटीवी तुरंत सुरक्षित रखी जाए। अक्षय शिंदे से जेल में उनके परिवार से मुलाकात हुई थी। जहाँ उसने पूछा था कि जमानत कब मिलेगी उसे। अक्षय शिंदे उस समय ऐसी मानसिक स्थिति में नहीं था कि वो पिस्तौल छीन कर अधिकारियों पर गोली चला सके। जैसा कि पुलिस अपने बयान में दावा कर रही है।
कैसे हुआ अक्षय शिंदे का एनकाउंटर
सोमवार को बदलापुर स्कूल यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की मौत पुलिस एनकाउंटर में हो गई। दरअसल यह एनकाउंटर तब हुआ जब पुलिस उसे वैन में बिठाकर कोर्ट में पेशी के लिए ले जा रहे थे। उस समय वैन में चार पुलिसकर्मी मौजूद थे। पुलिस के तरफ से आये बयान में कहा गया की आरोपी अक्षय शिंदे ने पुलिस की गाड़ी में पुलिस की पिस्टल छीनकर पुलिस टीम पर फायरिंग की थी। उस फायरिंग में पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए थे। तब पुलिस की तरफ से जवाबी कार्रवाई में अक्षय शिंदे के सिर पर गोली लगी और मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि हम उसे तलोजा जेल से लेकर जा रहे थे।