मुंबई : बंबई उच्च न्यायालय ने सुब्रत रॉय के स्वामित्व वाले सहारा समूह को झटका देते हुए सोमवार को महाराष्ट्र में एंबी वैली शहर की संपत्तियों की सार्वजनिक नीलामी करने का नोटिस जारी कर दिया। उच्च न्यायालय के आधिकारिक परिसमापक (ऑफिशियल लिक्विडेटर) ने एंबी वैली की नीलामी का आरक्षित मूल्य 37,392 करोड़ रुपये रखा। यह वैली लोनावाला-खंडाला के बीच पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है।
इस नीलामी से प्राप्त धनराशि से आंशिक रूप से कर्जदाताओं और निवेशकों के बकाए की भरपाई की जाएगी। नीलामी की प्रक्रिया सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सहारा समूह की नीलामी पर रोक लगाने की याचिका को खारिज किए जाने के तीन दिन बाद शुरू की गई।
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हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार, यदि सहारा समूह सुनवाई की तारीख से पहले 1,500 करोड़ रुपये की राशि जुटाकर जमा कर देता है तो नीलामी प्रक्रिया वापस ले ली जाएगी।
आधिकारिक परिसमापक (ओएल) विनोद शर्मा ने सोमवार को एंबी वैली सिटी के 'जहां-जैसा है' व 'खरीद/पट्टा' को लेकर मीडिया में नीलामी का नोटिस जारी किया।
नोटिस में कहा गया है कि ज्यादा संपत्तियों के मद्देनजर नीलामी प्रक्रिया दो चरणों में पूरी होगी, जो दो दिनों तक चलेगी।
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सहारा समूह के एक अधिकारी ने बताया कि पहले चरण में उक्त बोली लगाने वालों का सत्यापन होगा। इस चरण को पार करने के बाद बोली लगाने वाले 15 फीसदी के आरक्षित मूल्य या करीब 6,000 करोड़ रुपये के साथ अपनी बोली लगाएंगे।
सहारा के वकील गौतम अवस्थी ने कहा कि वास्तविक नीलामी से पहले कई कदम लिए जाएंगे।
अंतिम सुनवाई में सर्वोच्च न्यायालय ने परिसमापक को दो शुरुआती चरणों में नीलामी प्रक्रिया को करने की मंजूरी दे दी थी। इसमें पहली बोली लगाने वालों को मीडिया विज्ञापन जारी करना और दूसरा उनके केवाईसी का सत्यापन है।
अवस्थी ने कहा कि सहारा ने सर्वोच्च न्यायालय से सौदे में अपने उम्मीदवार के तौर पर विक्टर कोइंग यूके लिमिटेड व रायेले पाटनर्स इनवेस्टमेंट फंड लिमिटेड (मॉरीशश) के शामिल होने की अनुमति मांगी है। इन दोनों ने एंबी वैली में 1.67 अरब डॉलर का निवेश किया है।
यह कुल संपत्ति 8,493.163 एकड़ में फैली हुई है।
--आईएएनएस