Brahmin Deputy CM: पांच राज्यों में ब्राह्मण डिप्टी सीएम,कांग्रेस ने एक तो भाजपा ने बनाए चार,सोशल मीडिया पर चर्चा-क्या इसी जाति के लिए बनाया गया है पद?
BJP Brahmin Deputy CM: ब्राह्मण वर्ग के किसी भी नेता को सीएम न बनाए जाने के फैसले के बाद अब सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है कि क्या ब्राह्मण वर्ग को संतुष्ट करने के लिए ही डिप्टी सीएम का पद के पद का आविष्कार किया गया है?
Deputy CM Post: पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद अब इन राज्यों में नई सरकारों के गठन की प्रक्रिया चल रही है। भाजपा ने तीन राज्यों में जीत हासिल करते हुए छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम पदों के लिए नाम फाइनल कर लिए हैं जबकि राजस्थान में भी जल्द ही यह काम पूरा कर लिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में आदिवासी नेता विष्णुदेव साय और मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया गया है।
छत्तीसगढ़ में ब्राह्मण समाज से आने वाले विजय शर्मा और ओबीसी वर्ग के अरुण साव को डिप्टी सीएम बनाने का फैसला किया गया है। इसी तरह मध्य प्रदेश में ब्राह्मण समाज से ताल्लुक रखने वाले राजेंद्र शुक्ल और एससी वर्ग के जगदीश देवड़ा को डिप्टी सीएम नामित किया गया है। ब्राह्मण वर्ग के किसी भी नेता को सीएम न बनाए जाने के फैसले के बाद अब सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है कि क्या ब्राह्मण वर्ग को संतुष्ट करने के लिए ही डिप्टी सीएम का पद के पद का आविष्कार किया गया है?
पांच राज्यों में ब्राह्मण डिप्टी सीएम
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में डिप्टी सीएम पद के लिए नाम फाइनल किए जाने के बाद अब पांच राज्यों में ब्राह्मण वर्ग से जुड़े हुए डिप्टी सीएम होंगे। उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण वर्ग से जुड़े बृजेश पाठक पहले ही डिप्टी सीएम के रूप में कार्य कर रहे हैं। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में एक-एक डिप्टी सीएम ब्राह्मण वर्ग से जुड़ा हुआ है। हिमाचल प्रदेश का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस ने डिप्टी सीएम पद पर ब्राह्मण वर्ग से जुड़े हुए मुकेश अग्निहोत्री की तैनाती की थी।
उधर, महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में ब्राह्मण वर्ग से जुड़े हुए देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम के रूप में काम कर रहे हैं। मजे की बात यह है कि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में भी काम कर चुके हैं मगर बदले हुए समीकरण में भाजपा हाईकमान के निर्देश पर उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। वे पहले डिप्टी सीएम बनने के लिए तैयार नहीं थे मगर बाद में शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर उन्होंने इस पद के साथ समझौता किया था।
सोशल मीडिया पर खूब हो रही चर्चा
भाजपा हाईकमान की ओर से मध्य प्रदेश में डिप्टी सीएम पद के लिए विंध्य क्षेत्र के कद्दावर नेता राजेंद्र शुक्ल का नाम तय किया गया है। इससे पूर्व छत्तीसगढ़ में डिप्टी सीएम पद के लिए विजय शर्मा का नाम फाइनल किया गया था। राजेंद्र शुक्ल के नाम का ऐलान होने के बाद सोशल मीडिया पर डिप्टी सीएम पद पर ब्राह्मण नेताओं की तैनाती को लेकर खूब चर्चा हो रही है।
पद का आविष्कार ब्राह्मण समाज के लिए
सोशल मीडिया पर लोग तरह की प्रतिक्रियाएं जता रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि शायद डिप्टी सीएम पद का आविष्कार ब्राह्मण समाज के लिए ही हुआ है। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा कि यह जनरल वालों की राजनीति खत्म करने की साजिश है। एक यूजर ने लिखा के ब्राह्मण कभी सत्ता प्रमुख नहीं रहा है मगर उसके बिना सत्ता चली भी नहीं है। एक यूजर ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि ब्राह्मणों को उपमुख्यमंत्री के रूप में पुरोहित का पद दिया जा रहा है।
एक यूज़र ने तो यहां तक लिखा कि मोदी जी किसी दिन संसद में बिल लाकर उपमुख्यमंत्री का पद ब्राह्मण समाज और स्पीकर का पद राजपूत समाज के लिए आरक्षित न कर दें। एक यूजर ने लिखा कि उप माने चुप। मतलब उपमुख्यमंत्री का पद सिर्फ ब्राह्मण समाज को चुप कराने के लिए दिया गया है। सोशल मीडिया पर इसी तरह की तमाम अन्य प्रतिक्रियाएं भी जताई जा रही हैं।