यहां 92,700 कर्मचारियों ने दिया आवेदन, जाने आखिर क्या है वजह

दूरसंचार कंपनियों  में भारत की बीएसएनएल (BSNL) और एमटीएनएल (MTNL) की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) योजना मंगलवार 3 दिसंबर को बंद हो गई। अधिकारियों के अनुसार, दोनों कंपनियों के कुल 92 हजार 700 कर्मचारियों ने वीआरएस (VRS) के लिए आवेदन किया है।

Update: 2019-12-04 05:55 GMT

नई दिल्ली : दूरसंचार कंपनियों में भारत की बीएसएनएल (BSNL) और एमटीएनएल (MTNL) की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) योजना मंगलवार 3 दिसंबर को बंद हो गई। अधिकारियों के अनुसार, दोनों कंपनियों के कुल 92 हजार 700 कर्मचारियों ने वीआरएस (VRS) के लिए आवेदन किया है। इसमें बीएसएनएल के 78 हजार 300 कर्मचारियों और एमटीएनएल के 14 हजार 378 कर्मचारियों ने आवेदन किया है।

बीएसएनएल के चेयरमैन ने बताया, सभी सर्किलों से मिली जानकारी के अनुसार योजना बंद होने के समय तक करीब 78,300 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है। यह हमारे लक्ष्य के अनुरूप है। हम करीब 82 हजार कर्मचारियों की संख्या घटने की उम्मीद कर रहे हैं। वीआरएस के लिए आवेदन करने वालों के अलावा 6 हजार कर्मचारी ऐसे हैं जो सेवानिवृत्त हो गए हैं। बता दें कि बीएसएनएल के करीब 1.50 लाख कर्मचारी हैं।

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वहीं एमटीएनएल के चेयरमैन कहा कि कंपनी के कुल 14 हजार 378 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया है।उन्‍होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य 13 हजार 650 कर्मचारियों का था। इससे हमारा सालाना वेतन बिल 2 हजार 272 करोड़ रुपये से घटकर 500 करोड़ रुपये रह जाएगा। अब हमारे पास 4 हजार 430 कर्मचारी बचेंगे जो परिचालन के लिए पर्याप्त हैं।

 

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दोनों का विलय

केंद्र सरकार ने बीएसएनएल और एमटीएनएल को विलय का ऐलान किया है। सरकार ने घाटे में चल रही दूरसंचार कंपनियों के लिए 68 हजार 751 करोड़ रुपये के रिवाइवल पैकेज को मंजूरी दी है।अक्‍टूबर 2019 में मोदी सरकार ने इस पर मुहर लगा दी थी। उसी समय कर्मचारियों के लिए वीआरएस स्कीम की भी घोषणा कर दी गई थी।

 

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