मायावती ने नीतीश कुमार पर बोला हमला,आनंद मोहन की रिहाई की तैयारी पर उठाए सवाल, दलित विरोधी कदम बताया

BSP chief Mayawati on Bihar CM Nitish Kumar: बसपा मुखिया की ओर से नीतीश कुमार के घेरे जाने वाले इस कदम को विपक्षी एकता के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है।

Update:2023-04-23 17:36 IST
Mayawati and Nitish Kumar (Image: Social Media)

Mayawati on Nitish kumar: देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी दलों की एकजुटता की कोशिश में जुटे नीतीश कुमार पर बसपा मुखिया मायावती ने बड़ा हमला बोला है। बसपा मुखिया ने बिहार के मुख्यमंत्री को घेरते हुए बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई की तैयारी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आईएएस अफसर रहे जी कृष्णैया की हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे आनंद मोहन की रिहाई की तैयारी को दलितों के अपमान से जोड़ा है।

बसपा मुखिया की ओर से नीतीश कुमार के घेरे जाने वाले इस कदम को विपक्षी एकता के लिए भी बड़ा झटका माना जा रहा है। मिशन 2024 के तहत नीतीश कुमार इन दिनों विपक्षी दलों को एकजुट बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं और ऐसे में मायावती का हमलावर रुख नीतीश कुमार को बड़ा झटका देने वाला है।

नीतीश कुमार का दलित विरोधी रवैया

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा मुखिया मायावती ने रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि आंध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) के महबूबनगर के रहने वाले जी कृष्णैया दलित समाज से जुड़े हुए थे। वे बेहद ईमानदार अफसर थे और उनकी निर्माता से हत्या की गई थी। इस मामले में आनंद मोहन को नियम बदलकर नीतीश सरकार की ओर से रिहा करने की तैयारी है। देशभर में नीतीश कुमार का दलित विरोधी यह रुख काफी चर्चाओं में है।

बसपा मुखिया ने कहा कि आनंद मोहन बिहार में कई सरकारों के लिए मजबूरी रहे हैं। गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में आनंद मोहन की रिहाई नीतीश सरकार का दलित विरोधी कदम है। नीतीश कुमार के इस कदम से देशभर के दलित समाज में काफी रोष है। उन्होंने कहा कि इस मामले में चाहे जो भी मजबूरी हो मगर नीतीश सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।

विपक्षी एकजुटता को लगेगा झटका

सियासी जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार बिहार में सियासी समीकरण साधने की कोशिश में आनंद मोहन को रिहा करना चाहते हैं मगर उनके इस कदम से विपक्ष की एकजुटता को झटका भी लग सकता है। नीतीश कुमार ने पिछले दिनों राजधानी दिल्ली में कई दिनों तक डेरा डाला था और इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात की थी। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप मुखिया अरविंद केजरीवाल और वामपंथी दलों के नेताओं से भी चर्चा की थी।

अब उन पर बसपा मुखिया मायावती ने बड़ा हमला बोला है। बसपा मुखिया के रुख से साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में वे इस मुद्दे को लेकर नीतीश पर हमले और तेज कर सकती हैं। नीतीश कुमार कांग्रेस के साथ बातचीत जरूर कर रहा हैं मगर विपक्ष के ही कई नेता कांग्रेस के साथ एक मंच पर नहीं आना चाहते। इन नेताओं में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव भी शामिल हैं। अखिलेश यादव भी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात को नकार चुके हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि वे छोटे दलों के साथ हाथ मिलाकर चुनाव मैदान में उतरेंगे।

Tags:    

Similar News