माया बोलींः PM मोदी 10 महीने से कर रहे थे तैयारी फिर ​क्यों मांगे 50 दिन

Update:2016-11-16 11:26 IST

नई दिल्‍लीः बीएसपी प्रेसीडेंट मायावती ने बीजेपी पर हमला बोला है। मायावती ने कहा कि नोटबंदी का फैसला केंद्र सरकार ने जल्दबाजी में लिया है। उन्‍होंने इसकी जेपीसी (Joint Parliamentary Committee) से जांच करवाने की मांग की है। मायावती ने कहा कि मोदी जी ने गाेवा में कहा था कि वह इसके लिए पिछले 10 महीनों से तैयारी कर रहे थे, फिर उन्‍होंने 50 दिन क्‍यों मांगे। माया ने कहा कि अगर मोदी जी ने तैयारी की होती तो उनकी मां को लाइन में नहीं लगना पड़ता। अपनी कमी को छुपाने के लिए मोदी जी ने गरीबों को परेशान किया है ।

क्‍या बोली मायावती

-हॉस्पिटलों में लोगों को काफी मुसीबतेंं उठानी पड़ रही हैं।

- कालाबाजारी हो रही है 100 की दवा 500 में बिक रही है।

- प्रधानमंत्री जी को इस फैसले के बाद पहले खुद के अंदर झांकना चाहिए।

- गाजीपुर की रैली में कितना खर्च हुआ है सब जानते हैं।

-माेदी ने कहा कि उन्‍होंने 10 महीने पहले ही इसकी तैयारी की थी अगर ऐसा होता तो ये समस्‍याएं न होती ।

-मोदी जी ने अपने करीबियों और व्‍यसायियों के कालेधन को ठिकाने लगा दिया।

-माया ने कहा कि इस दौरान कमीशनखोरी शुरू हुई है। सोनारों को कालाधन दिया गया है।

-कर्नाटक के बीजेपी के नेता और खनन माफिया की बेटी की शादी में 500 करोड़ रुपए पानी की तरह बहाए जाने की खबर आ रही है।

-वहीं पीएम यूपी में जाकर कहते हैं कि हम खनन माफिया के खिलाफ हैं।

-माया ने कहा कि उस खनन माफिया के खिलाफ भी बीजेपी कार्रवाई करे।

-हमारी पार्टी बीजेपी की तरह धन्‍नासेठों से पैसे उगाही नहीं करती।

-मोदी जी किसम किसम की ड्रामेबाजी नहीं करनी पड़ती अगर 10 महीने से तैयारी होती तो वह 50 दिन और क्‍यों मांग रहे हैं।

- 5 राज्‍यों में जब विधानसभा में आम चुनाव होने वाला है तब इन्‍हें बड़े नोटों पर पाबंदी लगाने की याद क्‍यों आई।

-ढाई सालों में केंद्र सरकार ने अपने एक चौथाई काम भी नहीं किया है।

- गरीबों को बड़े पैमाने पर दुख पहुंचाया है केवल अपनी कमियों को छुपाने के लिए।

-मायावती ने कहा कि इस डिवेट के बाद पीएम खुद नींद की गोली खाकर न सो गए हों , लेकिन उनके लोग उन तक हमारी बातें पहुंचा देंगे।

सदन के बाहर क्‍या बाेलीं थी माया

मायावती ने पिछले दिनों गाजीपुर में पीएम मोदी की रैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा इसमें भी जमकर खर्च किया गया है। मायावती ने कहा कि सरकार को पूरी तैयारी करनी चाहिए थी। देश की आम जनता मध्यमवर्गीय लोगों के सामने समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। इनको लेकर बसपा केंद्र से जवाब मांगना चाहती है। सदन में सारे काम ठप करके इस मुद्दे पर चर्चा करावाने की हमारी मांग होगी।

मायावती ने कहा कि जल्दबाजी में ये डिसीजन लिया गया है। देश में 5 राज्यों के चुनाव होने वाले हैं बिना तैयारी के साथ ये फैसला राजनीतिक स्वार्थ से भरा नजर आ रहा है। इसकी जांच जेपीसी से होनी चाहिए।

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