Flying Kiss Row: क्या 'फ्लाइंग किस' कर राहुल गांधी ने किया संसद का अपमान? सर्वे में देश की जनता का चौंकाने वाला जवाब
Rahul Gandhi Flying Kiss Row: सी-वोटर ने एक सर्वे में लोगों से सवाल किया कि, क्या राहुल गांधी ने फ्लाइंग किस कर पार्लियामेंट का अपमान किया? देखें क्या मिला जवाब...
Rahul Gandhi Flying Kiss Row: कांग्रेस के वायनाड से सांसद राहुल गांधी की हाल ही में संसद सदस्यता हाल ही में फिर से बहाल हुई। सांसदी वापस मिलने के बाद राहुल पार्लियामेंट के मानसून सत्र में उपस्थित हुए। कांग्रेस पार्टी की तरफ से मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव (No confidence motion) पर बोले भी। लेकिन अपने संबोधन के ठीक बाद उन्होंने तथाकथित 'फ्लाइंग किस' दिया। जिसके बाद विवाद पैदा हो गया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने उन पर गंभीर आरोप लगाए।
राहुल गांधी के 'फ्लाइंग किस' पर देश भर में चर्चा और विमर्श हो रहा है। लोगों के अपने-अपने तर्क हैं। कोई समर्थन तो कोई विरोध में बातें कर रहा है। इसी बीच खबरिया चैनल abp न्यूज़ के लिए सी वोटर (c voter) ने ऑल इंडिया सर्वे किया। सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि, क्या राहुल गांधी ने संसद का अपमान किया? इसमें जनता ने चौंकाने वाले जवाब दिए।
56% ने बताया संसदीय मर्यादा के विरुद्ध
आपको बता दें, सी वोटर के इस सर्वे में बहुतायत लोगों के विचार लिए गए। कोई भले ही इसे राजनीतिक मुद्दा या सत्ता पक्ष का हथकंडा बताए, लेकिन सर्वे रिपोर्ट राहुल के खिलाफ रहे। तक़रीबन 56 फीसदी लोगों ने 'हां' में जवाब दिया। अर्थात, 56 प्रतिशत लोगों ने कांग्रेस सांसद की हरकत को संसद का अपमान बताया।
33%ने कहा- अपमान नहीं किया
इस तरह, सर्वे में शामिल लोगों के 33 प्रतिशत का मानना है कि राहुल ने पार्लियामेंट का अपमान नहीं किया। वहीं, 11 फीसद लोगों का जवाब 'पता नहीं' था। मतलब ये खुलकर नहीं बता पाए कि राहुल के इशारे सही थे या गलत।
क्या राहुल गांधी ने किया संसद का अपमान
हां- 56%
नहीं-33%
पता नहीं-11%
गौरतलब है कि, सभी पार्टियों की नजर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर टिकी है। कोई दल कहीं से कमजोर दिखना नहीं चाहता। ऐसे में छोटे-छोटे आम से दिखने वाली हरकतें भी कब मुद्दा बन जाए पता नहीं। वैसे बता दें, कि विपक्ष का लाया अविश्वास प्रस्ताव संसद में गिर गया। प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के दौरान ही विपक्ष हाउस से वॉक आउट कर गई। वोटिंग की नौबत है नहीं आई। मोदी सरकार ध्वनिमत से बहुमत सिद्ध कर दी।