CBI ने फिर की दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन से पूछताछ, करोड़ों की मनी लॉन्डरिंग का मामला

"धनशोधन के मामले में जैन से एक बार फिर सीबीआई के अधिकारियों ने मुख्यालय में पूछताछ की। वह जांचकर्ताओं के समक्ष अपराह्न तीन बजे उपस्थित हुए और उनसे रात आठ बजे तक पूछताछ हुई।" सीबीआई ने उनसे गुरुवार को लगभग आठ घंटे तक पूछताछ की थी।

Update: 2017-06-03 00:29 GMT

नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने धनशोधन के सिलसिले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को पूछताछ की। जैन से दक्षिणी दिल्ली के लोधी रोड इलाका स्थित सीबीआई के मुख्यालय में लगभग पांच घंटे तक पूछताछ की गई।

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सीबीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "धनशोधन के मामले में जैन से एक बार फिर सीबीआई के अधिकारियों ने मुख्यालय में पूछताछ की। वह जांचकर्ताओं के समक्ष अपराह्न तीन बजे उपस्थित हुए और उनसे रात आठ बजे तक पूछताछ हुई।" सीबीआई ने उनसे गुरुवार को लगभग आठ घंटे तक पूछताछ की थी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने अप्रैल महीने में जैन के खिलाफ जांच शुरू की थी और उनके खिलाफ एक प्रारंभिक जांच दर्ज की थी।

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सीबीआई ने 4.63 करोड़ रुपये के धनशोधन के सिलसिले में साल 2015-16 के दौैरान इकट्ठा किए गए सबूतों के आधार पर जैन के खिलाफ प्रारंभिक जांच दर्ज की थी। उन्हें कोलकाता की कंपनियों प्रयास इंफो प्राइवेट लिमिटेड, अकीचंद डेवलपर्स तथा मेघालय प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के माध्य से अपराध में शामिल होने का आरोपी बनाया गया है।

जैन को उपरोक्त कंपनियों तथा दिल्ली की इंडो-मेटल इंडेक्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से साल 2010-12 के दौरान कुल 11.78 करोड़ रुपये के कथित धनशोधन का भी आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि जैन ने अपने कर्मचारियों व सार्वजनिक सहोयोगियों के माध्यम से कोलकाता के इंट्री ऑपरेटर्स तथा शेल (नाम मात्र की) कंपनियों को नकदी में रकम दी।

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सीबीआई अधिकारी ने कहा कि इसके बाद इंट्री ऑपरेटर्स ने काले धन को प्रयास इंफो प्राइवेट लिमिटेड, अकीचंद डेवलपर्स, मंगलायतन प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड तथा इंडो-मेटल इंडेक्स प्राइवेट लिमिटेड के शेयर के रूप में निवेश दिखा दिया। इन सभी कंपनियों पर जैन की नियंत्रण है।

मामले को सीबीआई ने आयकर विभाग को सौंप दिया था, जिसने सितंबर 2016 में जैन को समन किया था।

--आईएएनएस

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