Char Dham Yatra 2023: चार धाम यात्रा में 58 मौतें, अलर्ट हुई सरकार, सिर्फ 27 दिनों में इतने दर्शनार्थियों की मृत्यु

Char Dham Yatra 2023: विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है। उत्तराखण्ड स्थित इन चार धाम गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ, केदारनाथ धाम के पट अप्रैल माह के अंत में खुल चुके हैं। बड़ी संख्या में पूरे देश से श्रद्धालु यहाँ दर्शन करने आ रहे हैं।

Update:2023-05-19 16:59 IST
Char Dham Yatra 2023 (फोटो: सोशल मीडिया)

Char Dham Yatra 2023: अप्रैल माह के अंत में उत्तराखंड के सभी चार धाम गंगोत्री यमुनोत्री बदरीनाथ केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल चुके हैं। प्रति दिन देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहाँ दर्शन करने आते हैं।

बड़ी संख्या में हो रही श्रद्धालुओं की मौत

चारधाम यात्रा के कपाट खुले अभी तक 27 दिन हुए हैं। चारधाम यात्रा में दर्शनार्थियों को कोई समस्या न हो इसलिए जिला प्रशासन अपनी पूरी कोशिश में लगा हुआ है। दूसरी ओर जान गवाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। इन 27 दिनों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु की मौत की खबरें आ रही हैं। अब तक कुल 58 दर्शनार्थियों की मौत हो चुकी है। जगह-जगह केदारनाथ पैदल मार्ग से लेकर सड़क मार्ग पर 5 किलोमीटर के अन्तराल पर छोटे बड़े अस्पताल से लेकर छोटे केंद्र स्थापित किए गए हैं। ताकि यात्रियों का चैकअप वक़्त पर हो सके और उन्हे जल्द इलाज मिल सके। मगर, फिर भी 27 दिनों में अब तक 58 लोगों की जान जा चुकी है।अधिकतर मौतों का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है।ऐसे में अब यहां ये प्रश्न खड़ा होता है कि स्वास्थ्य विभाग जब इतने दावे कर रहा है और केदारनाथ से लेकर सोनप्रयाग गौरीकुण्ड और हर स्थान पर पैरामेडिकल स्टाफ और अस्पताल खोले हुए हैं, जगह जगह मरीजों को इलाज दिया जा रहा है तो भी इतनी मौते क्यों? वहीं मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार कहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग पूरी कोशिश कर रहा हैं।

सरकार जारी कर चुकी है एडवाइजरी

चारधाम यात्रा पर गए श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड सरकार ने एक एडवाइजरी जारी कर चुकी है। सभी दर्शनार्थियों को जाने से पहले उस एडवाइजरी को सही तरह से पड़कर फॉलो करना चाहिए। राज्य सरकार ने कहा कि यात्रा शुरू करने से पहले वहाँ के माहौल और मौसम के अनुसार अपने आपको ढालना चाहिए। चारधाम यात्रा से संबंधित मंदिर हिमालय पर 2700 मीटर से अधिक की उचाई पर स्थित है। सभी तीर्थयात्रियों को चढ़ाई शुरू करने से पहले चिकित्सा और ट्रैक संबंधी सारी तैयारी कर लेनी चाहिए। अधिक ऊँचाई के कारण यात्री अत्यधिक ठंड, सांस लेने में समस्या, हार्ट की समस्या से जूझ सकते हैं।

2400 लोगों को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दी चेतावनी
स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, लगभग 2,400 लोगों को उनकी खराब स्वास्थ्य स्थिति के कारण यात्रा पर जाने से पहले अधिकारियों द्वारा चेतावनी दी गई थी। उन लोगों से एक कागज पर हस्ताक्षर कराए गए, जिसपर लिखा था कि तीर्थ यात्रा के दौरान अगर उनके साथ कोई अनहोनी होती है तो उसके स्वयं जिम्मेदार होंगे। फेफड़े की समस्या से पीड़ित लगभग 7,000 तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य निगरानी टीम ने उनके स्वास्थ्य स्थिति को ध्यान में रखते हुए पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर दिया।

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