Cheque Book Rules: चेक पर खींची होती हैं दो लाइनें, जानें क्या है इसका मतलब

Cheque Book Rules: चेक पर कॉनर्र में खींची गई दो लाइनों के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई के क्या नियम – कायदे हैं ये जानना बेहद ज़रूरी है।

Update: 2023-05-08 09:39 GMT
Cheque Book Rules (photo: social media )

Cheque Book Rules: आजकल ऑनलाइन भुगतान का चलन काफी बढ़ गया है। सरकार भी इसे खूब बढ़ावा दे रही है ताकि कम से कम नकदी का इस्तेमाल हो। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के कारण सरकार के पास हर लेन-देन का रिकॉर्ड रहता है। हालांकि, अब भी बड़े पैमाने पर लोग चेकबुक इस्तेमाल करते हैं। कुछ कंपनियां भी अपने कर्मचारियों को चेक में ही सैलरी का भुगतान करती है। ऐसे में Cheque के बारे में जानकारी रखना काफी जरूरी है। अक्सर हम देखते हैं कि चेक के कॉनर्र में दो लाइनें खींची होती हैं।

संभव है कि आप में से बहुत से लोग इसे इग्नोर करते होंगे और इसके बारे में शायद कभी जानने की कोशिश भी नहीं की होगी। तो चलिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। आज हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। आपको हम ये बताएंगे कि चेक पर कॉनर्र में खींची गई दो लाइनों के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई के क्या नियम – कायदे हैं।

Cheque पर क्यों खींची जाती है लाइन ?

रिजर्व बैंक के नियम के मुताबिक, चेक पर लाइन खींचना बहुत जरूरी होता है। लाइन के साथ-साथ आपको वहां या चेक के पीछे अकाउंट पेई (Account Payee) भी लिखना जरूरी होता है। अकाउंट पेई का मतलब होते है कि चेक की राशि ग्राहक के खाते में सीधे जाए। ऐसे Cheque में नकद भुगतान नहीं होता है। Cheque पर दर्ज राशि सीधे आपके खाते में ही जाएगी।

अगर आप Cheque पर दर्ज राशि को नकद में पाना चाहते हैं तो आपको क्रॉस करके इसको खाली छोड़ना होगा। इसके आगे कुछ भी लिखने की जरूरत नहीं है। आप ये चेक बैंक में जमा करके पैसा नकद में ले सकते हैं।

चेक जारी करते समय इन बातों का रखें ध्यान

- Cheque पर जानकारी सावधानीपूर्वक सही भरें।

- चेक पर किए गए सिग्नेचर बैंक में पंजीकृत होने चाहिए।

- चेक पर किसी तरह का ओवर राइट न किया हो।

- खाते में पर्याप्त बैलेंस होना चाहिए।

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