छठ पर्व पर इन 20 घाटों पर लगी पाबंदी, रेल यात्रा पर भी मुसीबत का पहाड़

Update:2016-11-02 11:50 IST

पटना: हिंंदू त्योहारों में से एक छठ पूजा 6 नवंबर को मनाया जाएगा। इस बार छट पूजा आप के लिए थोड़ी सी मुसीबत लाने वाली है। दरअसल पटना में गंगा के घाटों पर होने वाले छट पर्व में श्रद्धालुओं का जन-सैलाब उमड़ पड़ता है। जिसे देख स्थानीय प्रशासन ने 20 घाटों को संवेदनशील और खतरनाक घाट घोषित किया है। इन घाटों पर होने वाली छठ पूजा पर भी रोक लगा दी गई है। प्रशासन ने पिछले साल भी पटना के 32 घाटों को खतरनाक घोषित किया था।

68 घाटों पर ही उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य दे सकेंगे

-घोषणा के बाद श्रद्धालुु अब सिर्फ 68 घाटों पर ही उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य दे सकेंगे।

-पटना के 20 घाटों को खतरनाक और संवेदनशील घोषित किया गया है जिनमें अदालतगंज घाट, बांकीपुर क्लब घाट, रामजी चक घाट, नहर घाट और कृष्णा घाट प्रमुख हैंं।

-घाटों की बैरीकेडिंग कर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को इन घाटों पर जाने से रोका जा सके।

पटना के डीएम संजय अग्रवाल ने जानकारी दी

-पटना के डीएम संजय अग्रवाल ने कहा कि ‘पिछले साल की तुलना में खतरनाक घाटों की संख्या में कमी आई है।

-हमने घाटों तक पहुंचने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग लगाकर दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।

-यही नहींं पर्याप्त संख्या में पुलिस बल भी तैनात किए जा रहा है।

-किन-किन घाटों पर श्रद्धालु पूजा अर्चना कर सकते है इसकी अंतिम सूची 4 नवंबर को प्रकाशित की जाएगी।

रेल यात्रा पर भी मुसीबत का पहाड़

-छठ पूजा मेंं परदेश आने वाले लोगोंं को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

-छठ को लेकर लोगों ने दो माह पूर्व ही टिकट आरक्षण करवा लिया है।

-बुकिंग खुलते ही दस मिनट में ट्रेनें हाउसफुल हो जाती हैं बिहार की ओर आने वाली सभी ट्रेनें।

-छठ के बाद अगले एक सप्ताह तक किसी भी ट्रेन में कोई बर्थ खाली नहीं।

-किसी-किसी ट्रेन में स्लीपर श्रेणी में कुछ बर्थ खाली मिल रही है, परंतु वातानुकूलित श्रेणी में कोई जगह नहीं।

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