चीन ने भारतीय छात्रों को भेजा नोटिस, दिए ये निर्देश, पढ़ाई को लेकर ये फैसला

चीन से बढ़ती दुश्मनी के चलते भारत ने चीन के सभी चीरों का बहिस्कार करना शुरू कर दिया हैं। लेकिन इन सब के बीच भारत के सैकड़ों विद्यार्थियों को चीन ने कॉलेजों के साथ संपर्क में रहने

Update: 2020-09-08 15:19 GMT
चीनी कॉलेजों में पढ़ने वाले बच्चों (file photo)

कोरोना वायरस महामारी के चलते लगभग सभी देशों ने चीन से खिनारा कर लिया हैं। चीन से बढ़ती दुश्मनी के चलते भारत ने चीन के सभी चीरों का बहिस्कार करना शुरू कर दिया हैं। लेकिन इन सब के बीच भारत के सैकड़ों विद्यार्थियों को चीन ने कॉलेजों के साथ संपर्क में रहने और ऑनलाइन क्लास को अटेंड करने का निर्देश दिया है। मालुम हो कि विदेशी विद्यार्थियों की देश में एंट्री पर फिलहाल चीन ने रोक लगा रखा है।

डेटा से मिली जानकारी

पिछले साल के डेटा के मुताबित करीब 23,000 भारतीय विद्यार्थी चीन के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अलग-अलग पाठ्यक्रमों में पढ़ते हैं, जिनमें से 21,000 से अधिक एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। जनवरी महीने में कई बच्चे छुट्टियों में भारत आए थे। उस दौरान चीन में नए साल की छुट्टिया चल रही थी। इसी दौरान चीन में महामारी फैलनी शुरू हुई थी जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय यात्राएं बुरी तरह बाधित हुई थीं।

यह भी पढ़ें: रिया चक्रवर्तीः जानिये एक्ट्रेस को हो सकती है कितनी लंबी सजा

चीनी शिक्षा मंत्रालय

चीनी शिक्षा मंत्रालय का कहना हैं ‘वर्तमान में, चीन में विदेशी विद्यार्थी इस समय देश में प्रवेश नहीं कर सकते लेकिन चीन सरकार इन विदेशी विद्यार्थियों के हितों और कानूनी अधिकारों के संरक्षण को बहुत महत्व देती है। ‘इससे पहले, भारतीय दूतावास ने इस आधिकारिक घोषणा के बाद भारतीय विद्यार्थियों की चिंता को चीनी अधिकारियों के समक्ष उठाया था कि विदेशी विद्यार्थी और शिक्षक अगले नोटिस तक अपने कॉलेजों में नहीं लौट पाएंगे।

यह भी पढ़ें: असम में सरकारी नौकरी का मौका, निकली 577 पदों पर भर्ती, इतना है वेतन

सुरक्षित रखने की कोशिश

जिसके बाद चीनी शिक्षा मंत्रालय ने कहा की बच्चों को विश्वविद्यालयों को विद्यार्थियों के साथ संपर्क बनाए रखने की जरूरत होगी, संबंधित सूचना को तत्काल अधिसूचित करना होगा और ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों की अकादमिक प्रगति को सुरक्षित रखने की कोशिश करनी होगी।

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News