चीन-पाक की दोस्ती का कड़वा सच, भारत के खिलाफ कर रहा आतंकियों का इस्तेमाल

एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन भारत के खिलाफ पाकिस्तानी आतंकियों का इस्तेमाल करता है। वहीं पाकिस्तान अपनी आतंकी गतिविधियों के लिए चीन को ढाल मानता है।

Update: 2020-10-24 05:21 GMT
चीन भारत के खिलाफ पाकिस्तानी आतंकियों का कर रहा इस्तेमाल

नई दिल्ली: पाकिस्तान को हमेशा आतंक का पनाहगार कहा जाता रहा है। हालांकि उसने इस बात को कभी भी स्वीकार नहीं किय है और अब उसने FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने के लिए 88 आतंकी संगठनों की एक सूची जारी की, जिसमें हाफिज सईद, मसूद अजहर और दाऊद इब्राहिम का नाम शामिल किया गया है। एक तरफ तो पाकिस्तान दुनिया की नजरों में अच्छा बनने के लिए आतंकियों के खिलाफ सख्त एक्शन ले रहा है तो वहीं दूसरी ओर चीन के साथ भारत को परेशान करने के लिए षड्यंत्र रच रहा है।

इसलिए पाकिस्तान के आतंकियों का इस्तेमाल कर रहा चीन

दरअसल, एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि चीन और पाकिस्तान भारत को परेशान करने के लिए आतंकियों का इस्तेमाल करते हैं। एक अमेरिकी रिसर्चर माइकल रुबिन की एक शोध में यह दावा किया गया है कि चीन भारत के खिलाफ पाकिस्तानी आतंकियों का इस्तेमाल करता है। वहीं यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान अपनी आतंकी गतिविधियों के लिए चीन को ढाल मानता है।

यह भी पढ़ें: PAK: सेना-पुलिस के बीच जबरदस्त टकराव, इमरान ने दी धमकी, सड़कों पर उतरे लोग

(फोटो- सोशल मीडिया)

आतंक पर रोक लगाने के पक्ष में नहीं चीन

वॉशिंगटन एग्जामिनर में एक लेख में माइकल रुबिन ने कहा है कि चीन आतंक पर रोक लगाने के पक्ष में नहीं है। साथ ही FATF भी पाकिस्तान में बढ़ रहे आतंक पर लगाम लगाने में नाकाम रहा, जिसके बाद अब वह कुछ बड़े फैसले कर सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में चीनी राजदूत याओ जिंग पाकिस्तान के विशेष वित्त सलाहकार अब्दुल हाफिज शेख के बीच बैठक हुई, जिसमें केवल चीन पाक आर्थिक गलियारे (सीपेक) पर ही बात हुई।

यह भी पढ़ें: Retweet का तरीका बदला: Twitter पर ये नया नियम लागू, जानें हुए क्या बदलाव

(फोटो- सोशल मीडिया)

चीन कर रहा पाकिस्तान के आतंकियों का इस्तेमाल

दोनों देशों ने इस बैठक में FATF पर कोई बातचीत नहीं की। जिससे यह साफ हो जाता है कि चीन पाकिस्तान में पल रहे आतंक के किसी भी तरह से खिलाफ नहीं है और अब वो पाकिस्तान के आतंकियों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ कर रहा है। बता दें कि पाकिस्तान का नाम फरवरी 2021 तक एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल रहेगा, क्योंकि पाकिस्तान आतंकवाद के वित्त पोषण और वैश्विक धनशोधन को रोकने के लिए 6 कार्ययोजनाओं को पूरा करने में असफल रहा। शुक्रवार को यह जानकारी अधिकारियों ने दी है।

यह भी पढ़ें: घरेलू झगड़े में बिछ गईं लाशें,12 घंटे में 5 लोगों की मौत, पसरा मातम

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News