युद्ध को तैयार सेना: LAC पर चीन ने किया जंग ऐलान, भारत के साथ आया ये देश

चीन को कमजोर करने के लिए अमेरिका ने अपनी नौसेना के हथियारों में से तीन 127 मीडियम कैलीबर बंदूकें भारत को देने का फैसला किया है। अमेरिका की तरफ से ये बंदूकें 3800 करोड़ रुपए की समझौते के तहत मिलने वाली हैं।

Update: 2021-01-06 12:48 GMT
भारत ने अमेरिकी सरकार के नाम एक लैटर ऑफ रिक्वेस्ट जारी किया था। इस पत्र के जरिए भारत ने 11 127एमएम मीडियम कैलीबर बंदूकों की मांग की थी।

नई दिल्ली। अमेरिका(America) ने भारत की उस समय मदद की है जब चीन(China) के साथ तनाव चरम पर है। चीन को कमजोर करने के लिए अमेरिका ने अपनी नौसेना के हथियारों में से तीन 127 मीडियम कैलीबर बंदूकें भारत को देने का फैसला किया है। अमेरिका की तरफ से ये बंदूकें 3800 करोड़ रुपए की समझौते के तहत मिलने वाली हैं। ऐसे में सबसे खास बात ये है कि भारत लगातार अमेरिका के साथ अपने सैन्य संबंध मजबूत कर रहा है। वहीं हाल ही में भारत ने अमेरिका से दो ड्रोन भी लीज पर लिए हैं। इन बंदूकों को समुद्र में तैनात युद्धपोतों पर भेजा जाना है।

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युद्धपोतों तक जल्द से जल्द हथियार

ऐसे में भारत ने अमेरिकी सरकार के नाम एक लैटर ऑफ रिक्वेस्ट जारी किया था। इस पत्र के जरिए भारत ने 11 127एमएम मीडियम कैलीबर बंदूकों की मांग की थी। इन बंदूकों को भारतीय नौसेना के बड़े युद्धपोतों पर भेजा जाना है। सूत्रों से सामने आई जानकारी में बताया कि अमेरिका अपने हथियारों में से तीन बंदूकें भारतीय नौसेना को देगी, जिससे भारतीय युद्धपोतों तक जल्द से जल्द हथियार भेजे जा सकें।

अमेरिका ने फिलहाल नई बंदूकों का उत्पादन शुरू नहीं किया है। इसके साथ ही नई बंदूकों को बनाने का काम शुरू होने के बाद जैसे ही वे डिलीवरी के लिए तैयार होंगी, अमेरिकी नौसेना के हिस्से की बंदूकों को वापस बुला लिया जाएगा। मीडियम कैलीबर बंदूकें भारतीय सेना में नई होंगी।

फोटो-सोशल मीडिया

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अमेरिका से अच्छे संबंध

सबसे खास बात है कि भारतीय नौसेना ने अमेरिका से अच्छे संबंध स्थापित कर लिए हैं। भारत ने भी पिछले कुछ समय में अमेरिका से बड़ी मात्रा में हथियारों का अधिग्रहण किया है। वहीं निगरानी के लिए उपयोग में लाएं जा रहे हवाई जहाजों की जगह P-8I जहाज ने ले ली है। वहीं, अमेरिका से मिल रहे MH-60 रोमियोज हैलीकॉप्टर्स, सीकिंग चॉपर्स की जगह लेंगे।

बेहद ताकतवर हो रही भारतीय नौसेना अपने युद्धपोतों को आधुनिक और ताकतवर बनाने की तैयारियों में जुटी हुई है। कुछ दिनों पहले ही सरकार ने सेना को 10 जहाजी ड्रोन खरीदने का फैसला किया था। वहीं भारतीय नौसेना ने ये कदम चीन के साथ जारी तनाव को देखते हुए उठाया था।

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