Tihar Jail: केजरीवाल तिहाड़ की बैरक नंबर दो से चलाएंगे दिल्ली की सरकार

Tihar Jail: अरविंद केजरीवाल ने कहा, प्रधानमंत्री जी, जो ये कर रहे हैं वो देश के लिए अच्छा नहीं है। केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि वो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे।

Update:2024-04-01 19:45 IST

Arvind Kejriwal (Pic:Social Media)

Tihar Jail: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का अब नया ठिकाना तिहाड़ का बैरक नंबर 2 हो गया है। केजरीवाल तिहाड़ से ही दिल्ली की सरकार चलाएंगे। वे बैरक में अकेले रहेंगे। उन्हें 15 अप्रैल तक जेल भेज दिया गया है। अरविंद केजरीवाल को सोमवार को ईडी हिरासत खत्म होने पर दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था।

ED ने उनकी आगे कस्टडी नहीं मांगी थी, जिसके बाद कोर्ट ने केजरीवाल को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का फैसला लिया। वहीं, राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा, प्रधानमंत्री जी, जो ये कर रहे हैं वो देश के लिए अच्छा नहीं है। केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि वो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे। बल्कि जेल से सरकार चलाएंगे।

अध्ययन के लिए कोर्ट से मांगी रामायण, गीता

केजरीवाल को तिहाड़ जेल के बैरक नंबर 2 में रखा गया है। वहां तैयारियां को अंतिम रूप दिया गया है। जेल में पिछले दो दिनों से हाईलेवल मीटिंग हो रही थी जिसमें केजरीवाल को लेकर विचार हो रहा था कि जेल आने की दशा में केजरीवाल को कौन से बैरक में रखना होगा, इस पर मंथन हुआ। वे तिहाड़ के जेल नंबर 2 में रहेंगे। केजरीवाल ने जेल में अध्ययन के लिए कोर्ट से 3 किताबों की मांग की है। जिसमें रामायण और गीता भी शामिल है। इसके अलावा, जेल में दवा रखने की इजाजत मांगी है।

संजय सिंह जिस बैरक में थे उसी में अब रहेंगे केजरीवाल

केजरीवाल तिहाड़ जेल की जिस बैरेक नंबर 2 में रहेंगे। उसी में पहले उनके साथी और आप नेता संजय सिंह को रखा गया था। लेकिन केजरीवाल के पहुंचने से पहले तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने हाई लेवल मीटिंग की और उन्हें दूसरी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। इसी तिहाड़ जेल में केजरीवाल के दूसरे साथी और मामले में आरोपी मनीष सिसोदिया भी हैं। हालांकि तीनों की मुलाकात होने की संभावना बेहद कम है।

-तिहाड़ जेल ने सीएम केजरीवाल के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए हैं। 24 घंटे सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी।

-इससे पहले कोर्ट में ईडी ने पूछताछ के दौरान केजरीवाल के रवैये को असहयोगपूर्ण बताया था। ईडी का कहना था कि केजरीवाल सवालों का जवाब सीधा नहीं देते। वे गोलमोल जवाब देते हैं। फोन के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी है। ईडी ने कोर्ट में पहली बार मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज का जिक्र किया। ईडी के मुताबिक, केजरीवाल ने पूछताछ में जानकारी दी थी कि विजय नायर मुझे नहीं, बल्कि आतिशी और सौरभ को रिपोर्ट करते थे।

आतिशी ने सवाल का नहीं दिया जवाब

वहीं, मीडिया ने जब दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी से सवाल किया तो वे खामोश रहीं और सवाल का कोई जवाब नहीं दिया। इधर, केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का बयान भी आया है। उन्होंने कहा, चुनाव के समय केजरीवाल को जेल में डाला गया है। देश की जनता इस तानाशाही जवाब देगी।

‘तथ्यात्मक आधार पर कोर्ट ने निर्णय लिया‘

वहीं बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- पूरा विपक्ष आरोपी केजरीवाल को बचाने का प्रयास कर रहा है। न्यायालय ने भावनात्मक नहीं, तथ्यात्मक आधार पर निर्णय लिया है। सुधांशु त्रिवेदी ने केजरीवाल के अब तक सीएम पद से इस्तीफा ना देने पर सवाल उठाए और कहा- वो अपने घोटाला गुरू लालू यादव से भी आगे निकल गए हैं। सुधांशु ने केजरीवाल के आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम लेने पर तंज कसा। उन्होंने केजरीवाल पर शेर पढ़ा- ‘बैठा हूं दिल में ये राज छिपाए, जरा सा होंठ खुले तो जाने कितनों के दिल डगमगाए। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने सुनीता केजरीवाल की राबड़ी देवी से तुलना की।

जेल से सरकार चलाना संभव नहीं

जेल से सरकार चलाने की प्रक्रिया पर तिहाड़ जेल के पूर्व पीआरओ सुनील कुमार गुप्ता का कहते हैं, यह बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। सीएम के साथ एक निजी स्टाफ होना चाहिए। अब तक 16 जेलें हैं और उनमें से किसी में भी ऐसी कोई सुविधा नहीं है, जहां से मुख्यमंत्री पद चलाया जा सके। इसके लिए सारे नियम तोड़ने पड़ते हैं। कोई भी इतने सारे नियम तोड़ने की इजाजत नहीं देगा। सरकार चलाने का मतलब केवल फाइलों पर हस्ताक्षर करना नहीं है। सरकार चलाने के लिए कैबिनेट की बैठकें बुलाई जाती हैं। मंत्रियों से सलाह ली जाती है और बहुत सारा स्टाफ होता है। एलजी के साथ बैठकें या टेलीफोन पर बातचीत होती है। जेल में टेलीफोन की सुविधा नहीं है। जनता अपनी शिकायतों के निवारण के लिए एक सीएम से मिलने आती है। जेल में सीएम कार्यालय बनाना असंभव है। जेल में कैदी हर दिन 5 मिनट के लिए अपने परिवार से बात कर सकते हैं और यह सब रिकॉर्ड किया जाता है। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि केजरीवाल तिहाड़ जेल से कैसे दिल्ली की सरकार चलाएंगे।

गूगल में सीएम के लिए ट्रेंड किया सुनीता केजरीवाल का नाम

वहीं दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इसको लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। गूगल पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का नाम सीएम के लिए ट्रेंड कर रहा है। अब देखना यह होगा कि क्या केजरीवाल दिल्ली का मुख्यमंत्री अपनी पत्नी को बनाएंगे या खुद ही तिहाड़ जेल से सरकार चलाएंगे।

Tags:    

Similar News