Maharashtra News: महाराष्ट्र में शाम पांच बजे के बाद वोटिंग प्रतिशत बढ़ने पर उठे सवाल,सांसद ने आयोग से 76 लाख वोटों का मांगा हिसाब
Maharashtra News: दूसरी ओर झारखंड विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव में इस तरह की वृद्धि नहीं दर्ज की गई और इन दोनों चुनाव में विपक्ष को जीत मिली है।
Maharashtra News: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति को भारी जीत मिली है जबकि विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा है। महाराष्ट्र चुनाव नतीजे के बाद विपक्ष की ओर से ईवीएम पर सवाल उठाए जा रहे हैं। हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव नतीजे के बाद कांग्रेस लगातार इस मुद्दे पर मुखर है।
इस बीच महाराष्ट्र में शाम पांच बजे के बाद वोटिंग प्रतिशत में बड़ी बढ़ोतरी को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। सीपीएम के राज्यसभा सदस्य जॉन ब्रिटास ने इस बाबत चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने वोटिंग के आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ करने का बड़ा आरोप लगाया है। शाम पांच बजे के बाद पड़े 76 लाख वोटों को लेकर उन्होंने आयोग से स्पष्टीकरण की मांग की है।
शाम पांच बजे के बाद कैसे बढ़ गए 76 लाख वोट
सांसद ब्रिटास ने कहा कि यदि महाराष्ट्र के वोटिंग प्रतिशत के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो शाम पांच बजे तक राज्य में 58.22 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई थी। शाम पांच बजे तक विभिन्न मतदान केंद्रों पर लाइन में लगे मतदाताओं को शामिल करने के बाद जब देर रात वोटिंग का फाइनल आंकड़ा जारी किया गया तो यह 65.02 प्रतिशत पर पहुंच गया था। इस तरह वोटिंग प्रतिशत में जबर्दस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई जो कि हैरान करने वाली है।
उन्होंने कहा कि 20 नवंबर के मतदान के बाद 23 नवंबर को महाराष्ट्र में काउंटिंग की गई थी और काउंटिंग से पहले जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में मतदान प्रतिशत 66.05 बताया गया। इस तरह शाम पांच बजे के बाद 7.83 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यदि वोटों के लिहाज से देखा जाए तो करीब 76 लाख वोट बढ़ गए। उन्होंने इतनी ज्यादा बढ़ोतरी होने पर सवाल उठाए।
सांसद ने दिया झारखंड और यूपी का उदाहरण
चुनाव आयोग को लिखे पत्र में सांसद ने झारखंड का उदाहरण भी दिया है। उन्होंने कहा कि यदि झारखंड में विधानसभा चुनाव के आंकड़ों को देखा जाए तो वहां दो चरणों में हुए मतदान के दौरान 1.79 और 0.86 प्रतिशत की मामूली बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों में चुनाव के बाद आंकड़ों में बड़ी वृद्धि हुई। इन दोनों राज्यों में एनडीए को जीत हासिल हुई है।
दूसरी ओर झारखंड विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव में इस तरह की वृद्धि नहीं दर्ज की गई और इन दोनों चुनाव में विपक्ष को जीत मिली है। उन्होंने कहा कि यह पूरा प्रकरण संदेह पैदा करने वाला है और इसलिए चुनाव आयोग को इस मामले में तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए।
सांसद की ओर से आयोग से भले ही सफाई देने की मांग की गई है मगर चुनाव आयोग ने शनिवार को ही कहा था कि महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में किसी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायतों में कोई दम नहीं है। चुनाव आयोग का कहना है कि महाराष्ट्र में पूरी पारदर्शिता के साथ विधानसभा चुनाव कराए गए हैं और इसलिए किसी भी प्रकार की धांधली कोई गुंजाइश नहीं है।
लगातार सवालों के घेरे में ईवीएम
वैसे यह पहला मौका नहीं है जब महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव को लेकर सवाल उठाए गए हैं। इससे पहले सैयद शुजा नामक शख्स ने महाराष्ट्र में ईवीएम की फ्रीक्वेंसी से छेड़छाड़ और उसे हैक किए जाने का दावा किया था। इस दावे के बाद महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी की ओर से शुजा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी ने सैयद शुजा की ओर से किए गए दावे को पूरी तरह झूठा और निराधार बताया है।
सोशल मीडिया पर कुछ लोगों की ओर से शेयर किए गए वीडियो में शुजा ने दावा किया था कि महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में ईवीएम की फ्रीक्वेंसी से छेड़छाड़ कर उसे हैक कर सकता है, जिसके बाद चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की। इसका जवाब में आयोग की ओर से सफाई भी दी गई थी। आयोग का कहना है कि ईवीएम को वाई-फाई या ब्लूटूथ सहित किसी भी नेटवर्क से नहीं जोड़ा जा सकता। आयोग ने ईवीएम के साथ किसी भी छेड़छाड़ की संभावना को खारिज कर दिया था।
वैसे कांग्रेस भी ईवीएम से छेड़छाड़ का मुद्दा उठाती रही है। हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करने का बड़ा आरोप लगाया है।