मेरा देश महान ! यहाँ टीचर सिर्फ पढ़ाते नहीं बल्कि शादी, चुनाव...बोले तो सब कुछ करवाते हैं

Update: 2017-05-21 16:44 GMT

भोपाल : आपसे कोई पूछें कि मध्यप्रदेश में शिक्षकों से कौन सा काम नहीं करवाया जा सकता, तो जवाब ऐसा कोई काम नहीं जो वो न कर सकें। अब देखिए न! सिंगरौली के बैढ़न में सोमवार को होने वाले मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह और निकाह समारोह में पंगत (जमीन पर बैठकर भोजन) में जीमने वालों को खाना परोसने की जिम्मेदारी भी सरकार ने शिक्षकों को सौंप दी है।

सोमवार बैढ़न के बिंलौजी स्थित एनसीएल ग्राउंड में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान व निकाह समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और खनिज मंत्री राजेंद्र शुक्ल मौजूद रहेंगे और नवदंपतियों को आशीर्वाद देंगे। इस समारोह में लगभग 2700 जोड़े परिणय सूत्र में बंधन जा रहे हैं।

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इस समारोह के लिए प्रशासन की ओर से खास इंतजाम किए गए हैं। जिलाधिकारी शिवनारायण सिंह चौहान के निर्देश पर ग्रामीण इलाकों से लोगों को विवाह समारोह स्थल तक लाने और वापस छोड़ने के लिए तकरीबन 200 सौ बसें और सैकड़ों छोटे वाहन लगाए लगाए गए हैं।

इस समारोह में आने वाले दिव्यांग और बुजुर्गो को पंगत में बिठाकर खाना खिलाया जाएगा, उन्हें खाना परोसने की जिम्मेदारी शिक्षकों को सौंपी गई है। इसके लिए आदेश भी जारी किया गया है। इस आदेश में कौन पूड़ी, सब्जी या अन्य पकवान परोसेगा, इसकी भी जिम्मेदारी नियत की गई है।

जिला शिक्षाधिकारी राजकिशोर दुबे ने कहा, "शिक्षक स्वेच्छा से खाना परसने को तैयार है, यह पुण्य का काम है। हम लोग तो किसी भी भूखे को खाना खिला देते हैं, दिव्यांग, बुजुर्गो और महिलाओं को पंगत में खाना परोसने का काम शिक्षकों को सौंपा गया है तो इसमें क्या बुराई है। वहीं अन्य लोगों के लिए बुफे का इंतजाम है।"

आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इस शादी समारोह में दुल्हन के खाते में शासन द्वारा निर्धारित राशि 17 हजार रुपये नगद एवं साथ ही जेवर सामग्री उपहार अलावा स्मार्टफोन, शौचालय निर्माण स्वीकृति एवं उजाला गैस योजना के तहत प्रमाण पत्र दिए जाने की व्यवस्था की गई है।

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