नई दिल्ली: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर आज दिनभर खींचतान चलती रही। नामों के ऐलान से पहले पार्टी की शीर्ष नेता राहुल गांधी के आवास पर सोनिया गांधी प्रियंका वाड्रा समेत कई दिग्गज नेताओं के साथ काफी देर तक बैठक चली। बैठक में राजस्थान के लिए अशोक गहलोत और एमपी के लिए कमलनाथ का नाम फाईनल कर दिया गया है।
कमलनाथ मध्यप्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री होंगे। हालांकि अभी इसकी औपचारिक घोषणा होना बाकी है। जानकारी के अनुसार पार्टी को देर रात में इसलिए फैसला लेना पड़ा ताकि दूसरे सीएम पद के दावेदार नेताओं के समर्थक उत्पात न कर सके।
बैठक में सूत्रों के अनुसार दिनभर चले घटनाक्रम में कमलनाथ, अशोक गहलोत, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट सुबह दिल्ली पहुंचे। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर बैठक हुई। इसमें राजस्थान के पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल और मध्य प्रदेश के पर्यवेक्षक एके एंटनी ने अपनी रिपोर्ट सौंपी। दोपहर में सचिन पायलट और अशोक गहलोत ने राहुल से मुलाकात की।
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कौन हैं कमलनाथ?
कमल नाथ ( जन्म 18 नवम्बर 1946) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और पूर्व शहरी विकास मंत्री है । वह था के रूप में नियुक्त प्रो मंदिर के अध्यक्ष वर्तमान में 16 वीं लोकसभा के भारत और सबसे लंबे समय तक सेवारत सदस्य हैं। वह छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते है और 9 बार इसी क्षेत्र से लोक सभा में जीत दर्ज किया है। और दो बार पूर्व में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।
कौन हैं अशोक गहलोत?
अशोक गहलोत का जन्म 3 मई 1951 को जोधपुर राजस्थान में हुआ। स्व॰ श्री लक्ष्मण सिंह गहलोत के घर जन्मे अशोक गहलोत ने विज्ञान और कानून में स्नातक डिग्री प्राप्त की तथा अर्थशास्त्र विषय लेकर स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की। जून, 1989 से नवम्बर, 1989 की अल्प अवधि के बीच श्री गहलोत राजस्थान सरकार में गृह तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मंत्री रहे।
विद्यार्थी जीवन से ही राजनीति और समाजसेवा में सक्रिय रहे गहलोत 7वीं लोकसभा (1980-84) के लिए वर्ष 1980 में पहली बार जोधपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुए। उन्होंने जोधपुर संसदीय क्षेत्र का 8वीं लोकसभा (1984-1989), 10वीं लोकसभा (1991-96), 11वीं लोकसभा (1996-98) तथा 12वीं लोकसभा (1998-1999) में प्रतिनिधित्व किया।
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मुख्यमंत्री का नाम का ऐलान करने के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, आप जल्द ही मुख्यमंत्रियों को देखेंगे। हम विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं की राय ले रहे हैं। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए कमलनाथ को प्रबल दावेदार माना जा रहा है, जबकि राजस्थान में अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे माने जा रहे हैं। हालांकि प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रमुख सचिन पायलट भी दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में कमलनाथ के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दौड़ में शामिल हैं।
बता दें कि राजस्थान में बेहतर प्रदर्शन करते हुए पार्टी ने 99 सीटों पर जबरदस्त जीत हासिल किया। इसी तरह मध्यप्रदेश में सत्ताधारी बीजेपी को धकेलते हुए कांग्रेस ने 114 सीटें पाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ में 15 साल से काबिज भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करते हुए 68 सीटों के साथ राज्य में सरकार बना रही है।
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तीनों राज्यों में परिणाम आते ही मुख्यमंत्री पद के लिए घमासान शुरू हो गया था। जिसके लिए पार्टी के शीर्ष नेता लगातार मैराथन बैठक कर रहे थे। नतीजन आज पार्टी आलाकमान ने तीनों राज्यों को पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री की घोषणा कर दी। दो दिन के मैराथन बैठकों के बाद कमलनाथ और ज्योतिरादित्य के समर्थकों का शोर दिल्ली तक सुनाई दे रहा था वहीं कांग्रेस आलाकमान में निर्णय लेने में कोई जलद बाजी नहीं किया।
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बता दें कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजों में खासकर मध्यप्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्कर रही। बीजेपी को जहां 109 सीटों पर सन्तोष करना पड़ा वहीं कांग्रेस 114 सीटें पाकर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और सरकार बनाने का दावा पेश किया।