मोदी सरकार को किसानों को टरकाना और उनसे टकराना बंद करना चाहिए: सुरजेवाला

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जब मंडियां खत्म हो जाएंगी तो किसानों को एमएसपी मिलेगा कहा, उन्हें देगा कौन।इन सवालों का सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।

Update: 2020-12-12 09:43 GMT
रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि कोरोना के खिलाफ स्वदेशी टीके कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट के वैक्सीन का अनुमोदन भारतीय वैज्ञानिकों के लिए गौरव की बात है।

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने आज केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को किसानों को टरकाना और उनसे टकराना बंद करना चाहिए। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन उनकी आजीविका की लड़ाई है।

कांग्रेस नेता ने सरकार के सामने सवाल उठाते हुए कहा कि खेती राज्य का विषय है तो उसपर नरेंद्र मोदी की सरकार कानून कैसे बना सकती है।

ये लड़ाई सिर्फ 62 करोड़ ग्रामीण जनता की लड़ाई नहीं है, बल्कि ये संघर्ष उन 120 करोड़ लोगों का है, जो किसानों के खेत खलिहान पर अपनी जिंदगी पालते हैं।

केंद्र और ममता सरकार में बढ़ा टकराव, शाह से पहले भागवत गरमाएंगे सियासी माहौल

किसान आन्दोलन (फोटो: सोशल मीडिया)

किसान आन्दोलन को राजनीतिक कहना अन्नदाता का अपमान

इस आंदोलन को राजनीतिक कहना अन्नदाता का अपमान है।रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अगर किसान 14 संशोधन करने को तैयार है तो इस कानून को ही क्यों नहीं खत्म कर दिया जाता है?

एक कार्यक्रम में बोलते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार कोविड काल में रात के अंधेरे में इस काले कानून को लेकर क्यों आई। क्या किसी किसान संगठन ने इसकी मांग की थी, क्या किसी राजनीतिक दल ने इसकी मांग की थी। बीजेपी के पास इस प्रश्न का कोई जवाब नहीं है।

उन्होंने किसान आन्दोलन में शरजील इमाम समेत कुछ और लोगों की तस्वीरें दिखने पर कहा कि बीजेपी सरकार ऐसा कहकर किसानों का अपमान कर रही है।बीजेपी को पहले ये तय करना चाहिए वो इन किसानों को क्या साबित करना चाहते हैं।

सुरजेवाला ने कांग्रेस के घोषणापत्रों में मंडी सुधारों का जिक्र रहने पर कहा कि इस बात को लेकर झूठ फैलाया जा रहा है। हमने कहा था कि हम APMC को मजबूत करेंगे।अभी मंडियां 30 से 50 किलोमीटर के दायरे में है, इसे हम नजदीक के गांवों में लाएंगे।

कृषि व्यवसाय का पूरे 25 लाख करोड़ का कृषि व्यवसाय देश के 5 उद्योगपतियों को देने की तैयारी हो रही है।क्या कांग्रेस ने कोई ऐसा काला कानून बनाया है।

उन्होंने कहा कि सरकार पहले तो इन काले कानूनों को खत्म करे फिर अगर उसे इस पर चर्चा करनी है तो संसद में किसान प्रतिनिधियों और दूसरे राजनीतिक दलों से चर्चा करे।

ममता-केंद्र में जंग तेज, गृह मंत्रालय के इस कदम पर बंगाल सरकार का बड़ा फैसला

किसान आन्दोलन: (फोटो: सोशल मीडिया)

जब मंडियां खत्म हो जाएंगी तो किसानों को एमएसपी मिलेगा कहा : रणदीप सुरजेवाल

उन्होंने कहा कि जब मंडियां खत्म हो जाएंगी तो किसानों को एमएसपी मिलेगा कहा, उन्हें देगा कौन।इन सवालों का सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।उन्होंने कहा कि जब एमएसपी पर सरकार अनाज खरीदेगी ही नहीं तो कोटा दुकानों में गरीबों को 2 रुपये किलो चावल मिलेगा कैसे?

कांग्रेस नेता ने कहा कि किसान फसल की उचित कीमत तो चाहते ही हैं, इसके अलावा वे चाहते हैं कि आम आदमी जब आटा चावल और आलू प्याज खरीदने बाजार जाए तो उसे उचित कीमत पर ये चीजें मिलें, जब देश के 5 उद्योगपतियों का खेती पर कब्जा होगा तो लोगों को आटा 100 रुपये किलो मिलेगा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि देश का एक भी किसान संगठन बताएं जो इन कृषि कानूनों के पक्ष में हो, सभी संगठन इस कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, फिर मोदी सरकार इससे इनकार क्यों कर रही है।

किसानों की धैर्य की परीक्षा न लें, कृषि कानून पर पुनर्विचार करे सरकार: शरद पवार

Tags:    

Similar News