DGP की एक्ट्रेस बेटी की बड़ी एक्टिंग, 15 बार दुबई से जाँघों में बाँध कर 'जो' लायी, मच गई खलबली
Gold Smuggling: रान्या को एक पुलिस कांस्टेबल वीआईपी गेट से बाहर ले जाने में मदद कर रहा था, उस कांस्टेबल को भी गिरफ्तार किया गया है।;
Ranya Rao News: दुबई से सोना तस्करी करके ला रही कन्नड़ फिल्म स्टार रान्या राव ने खुलासा किया है कि उसने एयरपोर्ट पर पकड़े जाने से बचने के लिए अपनी जांघों पर 14 सोने की छड़ें बांधी हुईं थीं। कर्नाटक के डीजीपी (हाउसिंग) रामचंद्र राव की सौतेली बेटी रान्या राव को 3 मार्च को 12.86 करोड़ रुपये मूल्य के 14.2 किलोग्राम सोने की तस्करी के आरोप में बंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पकड़ा गया था। कस्टम अधिकारियों की नजर से बचने के लिए रान्या ने अपनी जांघों पर टेप और पट्टियों से सोने की 14 छड़ें बांधी हुईं थीं। दुबई से अमीरात एयरवेज़ की उड़ान से पहुँची 33 वर्षीय रान्या को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने खुफिया सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया था। रान्या को एक पुलिस कांस्टेबल वीआईपी गेट से बाहर ले जाने में मदद कर रहा था, उस कांस्टेबल को भी गिरफ्तार किया गया है।
डीआरआई ने राव की गिरफ्तारी पर एक आधिकारिक बयान में कहा कि, "जांच करने पर 14.2 किलोग्राम वजन की 14 सोने की छड़ें उसके शरीर पर चालाकी से छिपाई हुई पाई गईं। इन छड़ों का प्रत्येक का वजन 1 किलोग्राम था और इन्हें रान्या ने अपनी जांघों पर टेप और क्रेप पट्टियों से बांधा था और ऊपर से पैंट पहन ली थी। सोने की तस्करी के लिए इस्तेमाल किए गए तरीके से पता चलता है कि राव ने पहले भी इसी तरह से स्मगलिंग की थी और वह हवाई अड्डे के प्रोटोकॉल से अच्छी तरह वाकिफ थी। महीनों में रान्या राव की दुबई और मलेशिया की लगातार यात्रा हुई थी। वह पाँच - 10 दिनों के अंतराल पर बाहर जाती थी जिससे डीआरआई के संदेह को हुआ और अंततः 3 मार्च को सोने की एक बड़ी खेप के आगमन पर खुफिया जानकारी मिली।
वीआईपी चैनल का इस्तेमाल
राव ने कथित तौर पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से बेंगलुरु हवाई अड्डे से बाहर निकलने के लिए वीआईपी चैनलों का इस्तेमाल किया, जिसमें एक प्रोटोकॉल अधिकारी उसे लेने के लिए मौजूद था और सामान्य यात्रियों पर की जाने वाली व्यापक जाँच के बिना वीआईपी चैनलों से आसानी से गुज़रने को सुनिश्चित करता था। 3 मार्च को हवाई अड्डे पर पहुँचने पर रान्या राव के साथ उसका आर्किटेक्ट पति भी साथ में था जिनसे उसने चार महीने पहले ही शादी की थी। डीआरआई ने सोने की तस्करी के रैकेट में रान्या के पति की भूमिका का संकेत नहीं दिया है। जाँच में यह भी पता नहीं चल पाया है कि रान्या राव इस रैकेट में कूरियर थी या तस्करी के गिरोह की मुख्य खिलाड़ी थी।
राव के सौतेले पिता, जो खुद दागी इतिहास वाले वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं का दावा है कि शादी के बाद से चार महीने से अधिक समय से वह उनसे संपर्क में नहीं थी। हालांकि, सार्वजनिक रिकॉर्ड इस दावे का खंडन करते हैं क्योंकि रान्या राव और उसका पति फरवरी में बंगलुरु में डीजीपी के सौतेले बेटे की शादी में शामिल हुए थे। राव की गिरफ्तारी के बाद, उसके आवास पर डीआरआई अधिकारियों द्वारा की गई तलाशी में 2.06 करोड़ रुपये के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए। डीआरआई के अनुसार, मामले में कुल जब्ती 17.29 करोड़ रुपये है।