ट्रम्प के बयान से फंस गई कांग्रेस, मोदी पहले ही लगा चुके हैं विदेशी ताकतों पर भारत के चुनाव को प्रभावित करने का आरोप
Donald Trump statement: भारत में मतदान बढ़ाने के लिए 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग रोके जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच घमासान छिड़ गया है।;
Donald Trump statement
Donald Trump statement: भारत में मतदान बढ़ाने के लिए 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर की फंडिंग रोके जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच घमासान छिड़ गया है। यहां गौर करने की बात ये है कि भाजपा डोनाल्ड ट्रम्प की टिप्पणियों और राहुल गांधी की 2023 में लंदन में एक इंटरव्यू में की गई टिप्पणियों को जोड़ कर देख रही है। राहुल गांधी की टिप्पणियों की उस समय भी आलोचना हुई थी। कांग्रेस ने मांग की कि भारत सरकार को दशकों से भारत में सरकारी और गैर-सरकारी दोनों संस्थानों को मिल रहे अमेरिकी एजेंसी के समर्थन पर एक श्वेत पत्र लाने की मांग की है।
क्या था 2023 का इंटरव्यू
इस इंटरव्यू में राहुल गांधी लंदन में बोल रहे हैं। राहुल गांधी कह रहे हैं, 'हैरानी की बात यह है कि लोकतंत्र के तथाकथित रक्षक, जिनमें अमेरिका और यूरोपीय देश शामिल हैं, इस बात से अनभिज्ञ दिखते हैं कि लोकतांत्रिक मॉडल का एक बड़ा हिस्सा खतरे में है, और यह वास्तविक समस्या है। हम विपक्ष में उस लड़ाई को लड़ रहे हैं और यह सिर्फ भारत की लड़ाई नहीं है, यह उससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण लड़ाई है।'
भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस और उसके मुख्य चेहरे की आलोचना करने के लिए डोनाल्ड ट्रम्प और राहुल गांधी की ऑडियो क्लिप चलाई, जिन्होंने 2023 में यूके में टिप्पणियाँ की थीं।
प्रसाद ने कहा, ''कांग्रेस ने जो किया वह शर्म की बात है. राहुल गांधी ने विदेशों में भारतीय लोकतंत्र का मजाक बनाया है और विदेशों में लोकतंत्रों से मदद मांगी है।' इसका मतलब है कि उन्होंने अपनी जीत के लिए समर्थन मांगा क्योंकि कांग्रेस लगातार चुनाव हार रही है।''
डोनाल्ड ट्रंप ने यूएसएआईडी की फंडिंग रद्द करने के अपनी सरकार के फैसले का जिक्र करते हुए कहा, “हमें भारत में मतदान के लिए 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर खर्च करने की आवश्यकता क्यों है? मुझे लगता है कि वे किसी और को निर्वाचित कराने की कोशिश कर रहे थे।कांग्रेस ने यूएसएआईडी से संबंधित डोनाल्ड ट्रम्प के दावों को "निरर्थक" करार दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस तरह के प्रयासों पर चिंता जताते हुए 6 मई, 2024 को टाइम्स नाउ के प्रधान संपादक के साथ एक साक्षात्कार में दोहराया था कि विदेशी शक्तियां भारत के चुनाव में हस्तक्षेप करने का प्रयास कर रही थीं।
मोदी ने कहा था कि
7 मई 2023 को भी कर्नाटक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा था, "यह परिवार खुले तौर पर भारत में राजनीति को प्रभावित करने के लिए विदेशी शक्तियों को दखल देने के लिए उकसाते हैं। ये लोग कैसे गुप्त रूप से भारत को पसंद न करने वाले विदेशी राजनयिकों के साथ गुप्त रूप से मिलते हैं। अब देश को इन सारी बातों का पता है। ये ऐसे काम करते हैं, जिससे बार-बार भारत की संप्रभुता का अपमान होता है।"