कोरोना के कहर से कांपे लोग, सुप्रीम कोर्ट ने दिया ये आदेश
आम काम-काज के दिनों में आमतौर पर सुप्रीम कोर्ट में 14 बेंच बैठती हैं। लेकिन कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कुछ दिनों के लिए सुप्रीम कोर्ट में सिर्फ तुरंत सुनवाई की ज़रूरत वाले मामले ही सुने जाएंगे।
नई दिल्ली: पूरी दुनिया के देशों द्वारा कोरोना वायरस के खतरे से बचने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम चलाये जा रहे हैं। जिसको देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में भी अपना कामकाज फिलहाल सीमित रखने का फैसला लिया है। बता दें कि सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सिर्फ 6 बेंच ही बैठेगी।
14 बेंच की जगह अब केवल 6 बेंच ही बैठेगी
आम काम-काज के दिनों में आमतौर पर सुप्रीम कोर्ट में 14 बेंच बैठती हैं। लेकिन कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कुछ दिनों के लिए सुप्रीम कोर्ट में सिर्फ तुरंत सुनवाई की ज़रूरत वाले मामले ही सुने जाएंगे। बता दें भारत में कोरोना वायरस के अब तक 82 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 2 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 10 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
कोरोना वायरस के चलते देश के कई राज्यों में स्कूल (school) कॉलेज (College) बंद कर दिए गए हैं। दिल्ली में सभी स्कूल और कॉलेज, सभी सिनेमाहॉल 31 मार्च तक बंद रहेंगी। परीक्षाएं चलती रहेंगी।
स्कूल-कॉलेज 31 मार्च तक बंद
कोरोना के कहर को देखते हुए पंजाब में एहतियातन सभी सरकारी और निजी स्कूल 31 मार्च तक बंद रहेंगे। सिर्फ वे स्कूल खुले रहेंगे, जहां परीक्षाएं चल रही हैं। मध्य प्रदेश में स्कूलों और कॉलेजों में अगले आदेश तक अवकाश घोषित किया गया है। उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल, कॉलेजों को 22 मार्च तक के लिए बंद करने के निर्देश जारी किए गए है। बिहार में स्कूल-कॉलेज 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं।
उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश के 12वीं कक्षा तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को 31 मार्च तक बंद रखने का निर्णय लिया है।इस दौरान केवल बोर्ड परीक्षाएं जारी रहेंगी।इसके अलावा सभी स्कूल बंद रहेंगे। कोरोनावायरस से संक्रमण की रोकथाम के लिए छत्तीसगढ़ के सभी शिक्षण संस्थानों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है।10वीं तथा 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं यथावत पूर्व निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार सम्पन्न होगी।