कोरोना पर C-40 देशों की चर्चाः CM केजरीवाल ने कही ऐसी बात, हो रही विश्व में तारीफ़
कोरोना वायरस से जूझ रहे दुनिया के कई देशों से राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चर्चा की। कोरोना से लड़ने की नीतियों पर हुई चर्चा के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली इस जानलेवा वायरस के खिलाफ कितनी तैयार है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस से जूझ रहे दुनिया के कई देशों से राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चर्चा की। कोरोना से लड़ने की नीतियों पर हुई चर्चा के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली इस जानलेवा वायरस के खिलाफ कितनी तैयार है।
C40 देशों के प्रतिनिधियों की कोरोना पर हुई चर्चा
दरअसल, कोरोना वायरस से संक्रमित दुनियाभर के कई देशों के बीच इस बायरस से निपटने को लेकर चर्चा हुई। C-40 के इस समूह में कई देशों की राजधानी के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस चर्चा में भारत का प्रतिनिधित्व सीएम केजरीवाल ने किया।
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सीएम केजरीवाल ने किया भारत का प्रतिनिधित्व
C-40 समूह के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा हुई, जिसमें दुनिया भर के 45 शीर्ष शहरों के नेता शामिल हुए। इनमें लॉस एंजिलिस से एरिक गार्सेंटी, सियोल के वोन-सोन पार्क, पेरिस के ऐनी हिडाल्गो, मिलान के गुइसेप्पा साला, इस्तांबुल के एक्रेम इमामोग्लू और रोम के वर्जीनिया रागी शामिल रहें।
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CM केजरीवाल ने 45 शीर्ष शहरों के नेताओं को किया संबोधित
इस दौरान सीएम केजरीवाल ने चर्चा में शामिल 45 शीर्ष शहरों के नेताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा, 'भारत भाग्यशाली है कि कोरोना यहां देरी से पहुंचा।' सीएम केजरीवाल ने बताया कि कैसे अन्य देशों के अनुभवों से सीखते हुए उन्होंने दिल्ली में संक्रमित लोगों की पहचान कराई, और वायरस को बढ़ने से रोका। जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली में सिर्फ 40 संक्रमण के मामले सामने आये।
CM ने कहा लॉक डाउन से संतुष्ट नहीं, अभी और नियंत्रण की जरूरत
सीएम केजरीवाल ने कहा कि वायरस को रोकने के लिए भारत में लॉकडाउन घोषित हो चुका है लेकिन इतने से वह संतुष्ट नहीं हैं। वायरस फैलने से रोकने के लिए और अधिक नियंत्रण की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारत पूरा प्रयास कर रहा है कि कोरोना के तीसरे चरण में जाने से बचा जा सके।
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लॉकडाउन से प्रभावित 4 लाख लोगों के भोजन की व्यवस्था
हालाँकि उन्होंने चर्चा के दौरन इस बात का भी जिक्र किया कि लॉकडाउन के कारण शहर के गरीबों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। प्रतिदिन मजदूरी कर कमाने वाले इससे काफी प्रभावित हैं। लेकिन सरकार इस ओर भी काम कर रही हैं और गरीबों की परेशानी को समझते हुए दिल्ली के अलग अलग स्थानों पर 550 से अधिक केंद्रों पर हर रोज 4 लाख लोगों को मुफ्त में भोजन उपलब्ध करा रही है।
कोरोना को रोकने के लिए भारत के प्रयासों की हुई सराहना
इसके बाद कई अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने भी C -40 समूह को सम्बोधित किया और वायरस से लड़ने को लेकर अपने-अपने शहरों में सामने आई चुनौतियों और अनुभव को साझा किया। वहीं कोरोना को रोकने के लिए भारत और दिल्ली की ओर से किए जा रहे प्रयासों की दुनिया के अन्य नेताओं ने सराहना की।
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